उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी पूरी मजबूती से तैयारी करने में लग गई है।
विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव ने हाल में ही कहा है कि वह बड़ी पार्टियों के बजाय छोटी पार्टियों से गठबंधन करेंगे।
2017 विधानसभा चुनाव के दौरान अखिलेश यादव और शिवपाल यादव में तल्खी देखने को मिली थी। यूपी चुनाव परिणाम आने के बाद शिवपाल यादव ने अपनी दूसरी पार्टी बना ली थी।
मुलायम सिंह यादव कभी अखिलेश यादव के साथ मंच पर दिखाई देते थे तो कभी शिवपाल यादव का सहारा बन कर खड़े रहते थे, इन पारिवारिक कलह के बीच इस परिवार की छोटी बहू अपर्णा यादव हमेशा से मुलायम सिंह के साथ खड़ी नजर आती थीं।
इस विधानसभा चुनाव में अपर्णा यादव की क्या भूमिका होगी इसको लेकर उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वह चुनाव लड़ना चाहती हैं।
घर के बड़े सदस्य यह तय करें कि कैसे इस परिवार में एकजुटता लाई जा सकती है। उन्होंने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा था कि मैं चाहती हूं कि शिवपाल यादव और अखिलेश यादव एक साथ हो जाएं।
वह किस पार्टी से चुनाव लगेंगे इसके सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि नेता जी जैसा कहेंगे मैं वैसा ही करूंगी।
अपर्णा यादव ने कहा था कि शिवपाल यादव पर नेता जी का आशीर्वाद है यह पूरी तरह से सत्यापित है। चाचा जी ने इस पार्टी को यहां तक पहुंचाने के लिए बहुत बलिदान दिए हैं।
चाचा भतीजे को मिलाने के लिए आप क्यों कोई कदम नहीं उठाती इस सवाल पर जवाब देते हुए अर्पणा यादव ने कहा था कि मैं 2016 से ही दोनों को मिलाने की कोशिश कर रही हूं।
इस पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा था कि वह कोई बच्चे नहीं है। उनके साथ हमारा कोई पॉलिटिकल डिस्कशन नहीं होता है।