कानपुर के हमीरपुर स्थित राठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मानवता को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है। जहां बीमारी से वृद्ध की मौत होने पर शव को ले जाने के लिए सीएचसी का शव वाहन नहीं मिला। परिजन वृद्ध के शव को ई-रिक्शे में रख कर ले गए। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में तेजी के साथ वायरल हो रहा है। जिसमें दिख रहा है कि शव के अस्पताल से बाहर निकालने के लिए स्ट्रेचर तक नहीं मिल सका है। अमर उजाला वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
राठ के कांशीराम कॉलोनी निवासी अनिल सोनी ने बताया उनके पिता रामगोपाल सोनी (70) को डायबिटीज की बीमारी थी। उरई के एक अस्पताल में आठ दिन इलाज कराने के बाद घर लाए।
बताया सोमवार सुबह हालत बिगड़ने पर सीएचसी में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। आसपास तलाश किया पर शव को ले जाने के लिए कहीं शव वाहन दिखाई नहीं दिया। मजबूरी में ई-रिक्शा पर अपने पिता का शव घर ले गए।
बता दें सीएचसी में शव ले जाने के लिए शव वाहन की व्यवस्था है। पर प्रचार प्रसार के अभाव में अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। वहीं करीब चार माह पहले शव वाहन के चालक को हटा दिया गया। जब कोई शव वाहन की मांग करता है तो सुरक्षा गार्ड अथवा वार्ड ब्वाय वाहन चलाकर ले जाते हैं।
वहीं सीएचसी अधीक्षक डॉ. अखिलेश कुमार सिंह ने कहा शव वाहन उपलब्ध है। किसी ने वाहन की मांग ही नहीं की। कहा कि शव वाहन मांगने पर जरूर उपलब्ध कराया जाता। सीएमओ डॉ. गीतम सिंह का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी।