प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया मुलाकात पर विदेशी मीडिया की प्रतिक्रियाएँ मिश्रित रही हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों नेताओं ने मानवाधिकार और अल्पसंख्यकों के अधिकारों जैसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा से परहेज किया, और अपने संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया।
इस मुलाकात में व्यापार, रक्षा, और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया। ट्रंप ने भारत को ‘टैरिफ किंग’ कहा और उच्च आयात शुल्कों पर चिंता व्यक्त की, जबकि मोदी ने व्यापार असंतुलन को दूर करने के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
पाकिस्तानी मीडिया, विशेषकर जियो न्यूज, ने रिपोर्ट किया है कि पीएम मोदी इस यात्रा में मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर चर्चा से बच सकते हैं, और ट्रंप का इस विषय पर ध्यान देने की संभावना कम है।
इस संदर्भ में, अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने पीएम मोदी और ट्रंप के बीच बढ़ते संबंधों और व्यापार असंतुलन पर चर्चा की संभावना पर भी ध्यान केंद्रित किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों नेता आपसी हितों को ध्यान में रखते हुए अपने संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठा रहे हैं।
अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर चुप्पी, PM मोदी के अमेरिका जाने पर, विदेशी मीडिया ने….
