सनातन धर्म टिप्पणी मामले पर SC ने उदयनिधि स्टालिन को जमकर लगाई फटकार, आपको अंदाजा भी नहीं आपके बयान से…

दरअसल, उदयनिधि स्टालिन ने सुप्रीम कोर्ट से अपने खिलाफ देशभर में दर्ज मुकदमों को क्लब करने की मांग की है. स्टालिन के खिलाफ बेंगलुरु, उत्तर प्रदेश, बिहार और जम्मू में मुकदमे दर्ज हैं, सनातन धर्म पर विवादित बयान देने वाले उदयनिधि स्टालिन को SC ने लगाई फटकार उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान देते हुए इसकी तुलना डेंगू मलेरिया से की थी. जिसके बाद उनके खिलाफ कई राज्यों में मामले दर्ज हुए.
तमिलनाडु मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी कि महाराष्ट्र जम्मू-कश्मीर बिहार उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को एक साथ जोड़ दिया जाए। न्यायमूर्ति दत्ता ने उदयनिधि स्टालिन के वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी से कहा कि आप अपने अनुच्छेद 19(1)(ए) का दुरुपयोग कर रहे हैं। पिछले साल सितंबर महीने में डीएमके नेता ने सनातन धर्म के खिलाफ टिप्पणी की। वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने उनका पक्ष रखते हुए सभी एफआईआर को एक साथ जोड़ने की अपील की.

डीएमके नेता के बयान पर कोर्ट ने जताई नाराजगी
न्यायमूर्ति दत्ता ने उदयनिधि स्टालिन के वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी से कहा,”आप अपने अनुच्छेद 19(1)(ए) का दुरुपयोग कर रहे हैं। आप अपने अनुच्छेद 25 के अधिकार का दुरुपयोग कर रहे हैं। अब आप अपने अनुच्छेद 32 का अधिकार का प्रयोग कर रहे हैं? क्या आप नहीं जानते कि आपने जो कहा उसका क्या परिणाम क्या हो सकता है?
न्यायमूर्ति की इस पर बात पर अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वह उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणियों को बिल्कुल भी सही नहीं ठहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डीएमके नेता छह राज्यों में एफआईआर का सामने कर रहे हैं। इसका मतलब यह है मुझे छह हाई कोर्ट में जाना होगा। मैं लगातार इसमें बंधा रहूंगा।

न्यायमूर्ति दत्ता ने फिर याचिकाकर्ता की टिप्पणियों पर कहा, “आप आम आदमी नहीं हैं। आप एक मंत्री हैं। आपको ऐसे बयानों का परिणाम पता होना चाहिए।”
पिछले साल सितंबर महीने में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन पिछले साल सितंबर में ‘सनातन धर्म’ की तुलना ‘मलेरिया’ और ‘डेंगू’ जैसी बीमारियों से की थी, डीएमके नेता के इस बयान से न केवल एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया, बल्कि उदयनिधि के खिलाफ कई आपराधिक शिकायतें भी दर्ज की गईं और साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं भी दायर की गईं। उदयनिधि की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी कोर्ट में पेश हुए थे। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्त की बेंच ने अपील पर सुनवाई की। अदालत अब 15 मार्च को इस पर सुनवाई करेगी। रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा (दिल्ली)

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