Join WhatsApp Group Join WhatsApp Group

अग्निपथ पर अब राजनाथ सिंह संभालेंगे मोर्चा! सैन्य अधिकारियों के साथ ही….

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रक्षा मंत्री की इस रिव्यू मीटिंग में वायुसेना प्रमुख, नौसेना प्रमुख और डीएमए के अधिकारी मौजूद रहेंगे। मीटिंग अग्निपथ स्कीम को लेकर देश में हो रहे बवाल को लेकर बुलाई गई है।

अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में हो रहे विरेध प्रदर्शनों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को सेना के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। यह बैठक शनिवार सुबह साढ़े 11 बजे होने की उम्मीद है। बैठक में सेना के शीर्ष अधिकारी उपस्थित हो सकते हैं। इस रिव्यू मीटिंग में थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे नहीं होंगे, क्योंकि वो कल वायुसेना की पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेने के लिए हैदराबाद के डूंडीगल जा रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रक्षा मंत्री की इस रिव्यू मीटिंग में वायुसेना प्रमुख, नौसेना प्रमुख और डीएमए के अधिकारी मौजूद रहेंगे। मीटिंग अग्निपथ स्कीम को लेकर देश में हो रहे बवाल को लेकर बुलाई गई है। बता दें कि अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना के खिलाफ प्रदर्शन के जोर पकड़ने के बीच थलसेना, नौसेना और वायुसेना ने इस नए ‘प्रारूप’ के तहत अगले हफ्ते तक चयन प्रक्रिया शुरू करने की शुक्रवार को घोषणा की। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों में शामिल होने के आकांक्षी युवाओं से अपनी तैयारी शुरू कर देने की अपील की।

वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी ने पीटीआई से कहा कि अग्निपथ योजना के तहत वायुसेना द्वारा चयन प्रक्रिया 24 जून से शुरू होगी, जबकि थलसेना ने कहा कि वह भर्ती के लिए प्रारंभिक अधिसूचना जारी कर दो दिनों के भीतर इसकी प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू कर देगी। वहीं, नौसेना ने कहा कि वह ‘‘बहुत जल्द’’ भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी। नौसेना के एक वरिष्ठ कमांडर ने कहा कि भर्ती के लिए अधिसूचना एक हफ्ते के अंदर जारी कर दी जाएगी।

वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने बताया कि तीनों सशस्त्र बल नयी योजना के तहत अभियानगत और गैर-अभियागत भूमिकाओं में रंगरूटों के प्रथम बैच को अगले साल जून तक तैनात करने की योजना बना रहे हैं। अधिकारियों ने यह भी कहा कि प्रदर्शन कर रहे युवा अग्निपथ योजना के फायदों से पूरी तरह से अवगत नहीं हैं।

प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश के तहत सरकार ने बृहस्पतिवार रात इस योजना के तहत 2022 के लिए सैनिकों की भर्ती के वास्ते ऊपरी उम्र सीमा 21 वर्ष से बढ़ा कर 23 वर्ष कर दी। जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर गये रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों में भर्ती की ‘‘अग्निपथ योजना’’ का विरोध कर रहे युवाओं की चिंताओं को दूर करने के प्रयास के तहत कहा कि यह नयी योजना भारत के युवाओं को देश की रक्षा व्यवस्था से जुड़ने और देश सेवा करने का सुनहरा अवसर है।

Share
Now