यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके मैदान में उतरने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने शुक्रवार को गाजीपुर की जहूराबाद सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पिछली बार भी ओमप्रकाश इसी सीट से विधायक बने थे। तब उनका गठबंधन भाजपा के साथ था। भाजपा सरकार में ओमप्रकाश को कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया था। बाद में योगी से अनबन के बाद उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था।
नामांकन पत्र के साथ लगाए गए हलफनामा के अनुसार उनकी संपत्ति पिछले पांच साल में करीब तीन गुना बढ़ी है। उनके बेटे की आय भी पांच साल में दो गुना बढ़ गई है। संपत्ति के नाम पर उनके पास बनारस, बलिया और प्रतापगढ़ में खेती की काफी जमीन के अलावा गैरकृषि जमीन भी है। घर में तीन असलहा हैं लेकिन वाहन के नाम पर केवल एक 16 साल पुरानी अम्बेसडर कार है।
ओमप्रकाश के हलफनामा में पिछले पांच साल की आय का ब्योरा दिया गया है। इसके अनुसार इस साल उनकी आय 7 लाख 93 हजार थी। जो 2017 में हुई आय 2 लाख 70 हजार की तुलना में करीब तीन गुना है। उनके बड़े बेटे अरविंद राजभर की आय पांच साल में करीब दो गुना बढ़ी है। 2017 में यह तीन लाख 16 हजार थी और पिछले साल 6 लाख 28 हजार हो गई। छोटे बेटे की आय 2 लाख 87 हजार से 6 लाख 42 हजार हो गई है।
सबसे ज्यादा पत्नी के नाम संपत्ति
अगर नगदी की बात की जाए तो राजभर के पास 75 हजार, पत्नी तारामनी के पास 55 हजार, बेटे अरविंद के पास 70 हजार और अरुण के पास 65 हजार है। राजभर के पास तीन बैंकों में करीब 27 लाख रुपये हैं। पत्नी के पास दो लाख, बेटे अरविंद के खाते में दो लाख औऱ अरुण के खाते में साढ़े पांच लाख रुपये हैं। अचल संपत्ति में राजभर के नाम 12 लाख तो पत्नी के नाम पर एक करोड़ 72 लाख 50 हजार की जमीन और मकान हैं। केवल बेटे अरुण के क्रेडिट कार्ड पर एक लाख 57 हजार 510 रुपये का कर्ज दिखाया गया है।