US मे बोले राहुल : मुस्लिमों के साथ ही दलित ईसाई और सिख भी अपने ऊपर हमला कर रहे हैं महसूस! मोहब्बत की दुकान जरूरी…..

कांग्रेस नेता राहुल गांधी छह दिन के लिए अमेरिका आए हुए हैं। वह यहां तीन शहरों का दौरा करेंगे। इस बीच, सैन फ्रांसिस्को में राहुल गांधी ने बुधवार सुबह भारतीयों से बातचीत की। जहां उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा, वहीं उन्होंने मुस्लिमों पर हो रहे हमले का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आज जो मुस्लिमों के साथ हो रहा है वो दलितों के साथ 1980 में हो चुका है।

मुस्लिम बच्चों को भेजा जा रहा जेल
दरअसल, कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी लोगों के सवालों के जवाब दे रहे थे। इस दौरान उनसे बे एरिया मुस्लिम कम्युनिटी ने पूछते हुए कहा कि मुस्लिमों को आजकल धमकियां मिल रही हैं, जो पहले कभी नहीं देखा गया। इतना ही नहीं पहले जो कभी बदलाव नहीं हुए, आज कल किए जा रहे है। यहां तक कि मुस्लिम बच्चों को उन मामले में जेल भेजा जा रहा है, जिसे उन्होंने किया ही नहीं है। बे एरिया मुस्लिम कम्युनिटी ने कहा कि आप इस पर क्या भरोसा देना चाहते हैं? भारत में मुस्लिमों की स्थिति क्या है? आप क्या कदम उठाने वाले हैं? जिस से भारत सामान्य स्थिति में लौट सके?

लुकाशेंको और पुतिन के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई थी, जिसके बाद लुकाशेंको की तबीयत बिगड़ गई। सेपकालो ने बताया कि रूस के शीर्ष डॉक्टर लुकाशेंको का इलाज कर रहे हैं लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

जैसा आप महसूस करते हैं वैसे ही सारे महसूस कर रहे

राहुल गांधी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि मैं कह सकता हूं कि ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’। उन्होंने कहा कि इससे अच्छा तरीका और कुछ नहीं है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि मैं आपको गारंटी दे सकता हूं कि जैसा आप महसूस करते हैं वैसे ही सारे समुदाय महसूस कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस तरह मुसलमानों पर हमला हो रहा है और वह जो महसूस कर रहे हैं। मैं गारंटी दे सकता हूं कि सिख, ईसाई, दलित, आदिवासी भी ऐसा ही महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत में मुस्लिमों के साथ जो हो रहा है वहीं, 1980 के दशक में दलितों के साथ हुआ था। राहुल ने आगे कहा कि नफरत को नफरत से नहीं काटा जा सकता है। बल्कि नफरत को प्यार से दूर किया जा सकता है।

भारत में बड़ी संख्या में अच्छे लोग

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैं आर्श्चचकित हूं कि भारत में कैसे नफरत बढ़ रही है। जबकि वहां के लोग बिल्कुल ऐसे नहीं है। वह एक दूसरे की मदद करने में विश्वास रखते हैं। भारत में फैलती नफरत के पीछे कुछ सीमित लोग हैं। ये लोग कुछ लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं। यही लोग मीडिया को भी कंट्रोल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा नहीं है, पर जितने हैं सब पैसों का उपयोग कर रहे हैं।

Share
Now