संविदा पर नियुक्त आवश्यकता आधारित शिक्षकों का एक शिष्टमंडल मुझसे मिला और अपनी मानदेय राशि निश्चित करने, सेवा अवधि 65 वर्ष तक बढ़ाने के बारे में एक स्मारपत्र सौंपा और आग्रह किया कि मैं उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव के समक्ष उनकी मांगो को रखूँ ताकि लम्बे समय से संविदा पर कार्यरत रहनेवाले शिक्षक समूह का भला हो सके। मैंने उनकी माँगों को ध्यान से सुना, उनकी बातें मुझे जंची। इसलिए मैंने इस बारे में सचिव, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग को इस संबंध में एक पत्र लिखा और उनसे आग्रह किया कि दीर्घ अवधि से कार्यरत संविदा शिक्षकों के जीवन का बड़ा हिस्सा घंटी आधारित वेतनमान पर बीत चुका हैं। उन्हें शिक्षण कार्य का पर्याप्त अनुभव है। इसलिए विश्वविद्यालयों में उनकी 65 वर्ष की आयु होने तक उन्हें स्थायी किया जाय और तमाम सुविधायें दी जाय। इस बारे में मैंने सचिव से दूरभाष पर वार्ता भी किया है। पत्र की प्रति संलग्न है।
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक, श्री सरयू राय का प्रेस वक्तव्य….
