पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान को रिहा करने का हुक्म दिया है। कोर्ट ने कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी अवैध थी। ऐसे में उनको हिरासत में नहीं रखा जा सकता है। इमरान खान ने भी कोर्ट से बताया कि गिरफ्तारी के दौरान उन्हें डंडे मारे गए। पाकिस्तान में मंगलवार को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हिंसा भड़क गई थी। इस्लामाबाद हाई कोर्ट से गिरफ्तार होने के बाद इमरान खान के समर्थक उग्र हो गए थे और कई जगहों पर तोड़-फोड़ और आगजनी को अंजाम दिया था। इमरान की गिरफ्तारी के बाद भड़की हिंसा को सेना के ‘काला अध्याय’ बताया है। अब यह देखना अहम होगा कि इमरान समर्थकों पर क्या कार्रवाई की जाती है।
दंगा फसाद नहीं, चुनाव चाहते हैं, मुझे अगवा किया गया- इमरान खान
इमरान खान ने गिरफ्तारी के बाद कहा कि मुझे कोर्ट परिसर से अगवा किया गया था। मुझे डंडे मारे गए। एक अपराधी जैसा बर्ताव किया गया। उन्होंने कहा कि हम दंगा फसाद नहीं, बल्कि चुनाव चाहते हैं। मैं तो गिरफ्तार था, फिर दंगे फसाद का जिम्मेदार कैसे हो सकता हूं। मैंने कभी हिंसा की बात नहीं की। मैं सबसे कहता हूं कि सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान न पहुंचाएं।
रिहा होते ही इमरान खान ने समर्थकों से शांति की अपील की
इमरान खान ने रिहा होते ही अपने समर्थकों से शांति की अपील की है। उन्होंने कहा कि पीटीआई कार्यकर्ता कानून को हाथ में न लें। पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान को रिहा करने के बाद उनसे शांति की अपील करने को कहा था। इमरान की गिरफ्तारी के बाद से उनके समर्थक पूरे देश में हिंसक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। कई जगहों पर सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले हुए हैं।
रिहाई के बाद बिना व्हील चेयर के बाहर निकले इमरान खान
इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट से ही रिहा कर दिया गया। वो बिना व्हीलचेयर के कोर्ट रूम से बाहर आए। इस दौरान पीटीआई समर्थकों की भारी भीड़ मौजूद रही। रिपोर्ट है कि इमरान खान की रिहाई के बाद पीटीआई इस्लामाबाद में शक्ति प्रदर्शन कर सकती है। इसके लिए पहले ही समर्थकों को इस्लामाबाद आने का न्योता दिया जा चुका है।