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अब फोन करते वक्त सुनाई नहीं देगी अमिताभ बच्चनकी आवाज- कल से मिलेगी नई कॉलर ट्यून….

यदि आप भी कोरोना की कलर ट्यून एक ही आवाज में पिछले छह महीने से सुनकर परेशान हो गए हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। अब मोबाइल पर कॉलर ट्यून में कल से अमिताभ बच्चन की आवाज आप नही सुन सकेंगे। कल से टीकाकरण से संबंधित कॉलर ट्यून सुनाई देगी।

नेशनल डेस्क: कोविड-19 के खिलाफ भारत के टीकाकरण अभियान की तैयारियों ने पूरा जोर पकड़ लिया है और देशभर में 16 जनवरी से इस अभियान की शुरूआत होने जा रही है। वहीं टीकाकरण के साथ ही कल से आपको आपको अपने मोबाइल पर बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की आवाज नहीं सुनाई देगी। दरअसल अमिताभ बच्चन की आवाज में शुक्रवार से मोबाइल पर कॉलर ट्यून बदल जाएगी। कल से वैक्सीनेशन पर आधारित कॉलर ट्यून होगी। अमिताभ जनता को अपनी आवाज को वैक्सीनेशन को लेकर जागरूक करेंगे। 

क्या है अमिताभ की नई कॉलर ट्यून में 
इस नई कॉलर ट्यून में अमिताभ मैसेज दे रहे हैं कि नमस्कार, हमारा देश और पूरा विश्व आज कोविड-19 की चुनौती का सामना कर रहा है। कोविड-19 अभी खत्म नहीं हुआ है, ऐसे में हमारा फर्ज है कि हम सतर्क रहें। इसलिए जब तक दवाई नहीं, तब तक कोई ढिलाई नहीं। कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है, नियमित रूप हाथ धोना, मास्क पहनना और आपस में उचित दूरी बनाए रखना। याद रखिए दो गज दूरी, मास्क है जरूरी। खांसी बुखार या सांस लेने में कठिनाई होने पर हैल्पलाइन नंबर 1075 पर संपर्क करें।

16 जनवरी से होगी टीकाकरण अभियान की शुरुआत
आपको बतां दे कि देश में 16 जनवरी से कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत होगी और प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर एक सत्र में प्रतिदिन अधिकतम 100 लोगों को टीके दिए जाएंगे। मंत्रालय ने कहा, राज्यों को सलाह दी गई है कि 10 प्रतिशत रिजर्व या अनुप्रयुक्त टीकों का ध्यान रखा जाए और हर दिन एक सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण किया जाए।” मंत्रालय ने कहा कि इसलिए किसी भी केंद्र पर एक दिन में हड़बड़ी में ज्यादा लोगों को नहीं बुलाने की सलाह दी गई है। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को टीकाकरण स्थलों की संख्या भी बढ़ाने की सलाह दी गई है। चरणबद्ध तरीके से आगामी दिनों में इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। मंत्रालय ने कहा कि केंद्र द्वारा खरीदी गईं कोविशील्ड की 1.1 करोड़ खुराक और कोवैक्सीन की 55 लाख खुराक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को डाटाबेस में उपलब्ध स्वास्थ्यकर्मियों के अनुपात में आवंटित की गयी हैं। अधिकारियों के मुताबिक सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) की 1.1 करोड़ खुराक देश में 60 भंडारण केंद्रों तक पहुंचा दी गई हैं। 

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