अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध उपन्यासकार मिलान कुंदेरा का आज निधन हो गया।
94 वर्ष की आयु में उन्होंने आखिरी साँस ली। ‘द अनवियरेबल लाइटनेस ऑफ वींग’ उनका मशहूर उपन्यास है। पहला उपन्यास ‘द जोक ‘ 1967 में प्रकाशित हुआ जिसमें चेकेस्लोवाकिया कम्युनिष्ट सरकार की तीखी आलोचना थी।
1 अप्रैल 1929 को चेकेस्लोवाकिया के ब्रनो में जन्मे मिलान कुंदेरा 1975 में फ्रांस चले गए और वहीं की नागरिकता ले ली।उन्होंने स्वयं अपनी सभी पुस्तकों को फ्रांसीसी में रूपांतरित कर प्रकाशित कराया।
चेकोस्लोवाकिया की कम्युनिस्ट सरकार ने उनकी पुस्तकों पर प्रतिबंध लगा दिया था जो 1989 की बेलवित क्रांति के पश्चात कम्युनिस्ट सरकार के पतन होने तक जारी रहा।