भारतीय मिसाइल ब्रह्मोस ने पाकिस्तान के कई सैन्य प्रतिष्ठानों और एयरबेसों को निशाना बनाया। सूत्रों के अनुसार, भारत ने यह कार्रवाई तब की जब पाकिस्तान ने नई दिल्ली को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया था। ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तान के नूर खान (चकलाला) एयरबेस सहित कई प्रमुख सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाया।
बता दे की ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता 290 किलोमीटर है, और यह 15 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है। यह मिसाइल दागो और भूल जाओ के सिद्धांत पर काम करती है और इसका कम रडार सिग्नेचर इसे रोकना मुश्किल बनाता है। भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल का पहला परीक्षण 12 जून 2001 को किया था और तब से यह मिसाइल भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में शामिल की जा चुकी है।
साथ ही आपको बता दे की ब्रह्मोस मिसाइल की सफलता ने पाकिस्तान को झकझोर कर रख दिया और सेना प्रमुख असीम मुनीर सहित सैन्य नेतृत्व को कदम पीछे खींचने पर मजबूर किया। भारत की मिसाइलों ने रफीकी, मुरीदके, नूर खान, रहीम यार खान, सुक्कुर, चुनियन, स्कार्दू, भोलारी, जैकबाबाद में भारी नुकसान पहुंचाया।
रिपोर्ट:- कनक चौहान