लखनऊ
मुनव्वर राना का 71 वर्ष की आयु में रविवार रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। काफी समय से बीमार चल रहे राना यहां संजय गांधी पीजीआई में भर्ती थे। सोमवार को उन्हें लखनऊ के ऐशबाग कब्रिस्तान में सिपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। मुनव्वर राना उर्दू साहित्य के बड़े नाम थे। 26 नवंबर 1952 को रायबरेली में जन्मे राना को 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया था।
जनाजे में बड़ी तादाद में मौजूद रहे प्रशंसक
मशहूर शायर मुनव्वर राना का जनाजा सोमवार दोपहर करीब 12.30 बजे हुसैनगंज के लालकुआं स्थित उनके घर से नदवा के लिए निकला। 20 मिनट का सफर तय कर शव वाहन से उनके पार्थिव शरीर को नदवा कॉलेज लाया गया जहां मौलाना जाफर हसन नदवी ने नमाजे जनाजा अदा कराई।
यहां भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। इसके बाद उनके जनाजे को सीधे ऐशबाग कब्रिस्तान ले जाया गया। वहां पर काफी तादाद में लोग पहले से ही मौजूद थे। ऐशबाग कब्रिस्तान पहुंचते ही लोग अपने चहेते शायर के जनाजे को कंधा देने के लिए आगे बढ़े। ऐशबाग पुलिस चौकी से कब्रिस्तान तक गली के अंदर लोगों का हुजूम लगा था।