👉अशोक कुमार श्रीवास की खास रिपोर्ट बिलासपुर संभाग हेड 6261129010
कनकी(एक्सप्रेस न्यूज़ भारत)। जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित कनकेश्वर धाम, कनकी में हर साल मॉनसून के आगमन के साथ सैकड़ों प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं। ये विदेशी मेहमान यहां शिव मंदिर परिसर के पेड़ों पर बसेरा बनाते हैं, प्रजनन करते हैं, और कुछ महीनों बाद अपने बच्चों के साथ वापस लौट जाते हैं। स्थानीय लोग इन्हें मानसून का संदेशवाहक मानते हैं और श्रद्धा से देखते हैं।
लेकिन इस साल इन पक्षियों के साथ, कुछ असामाजिक तत्व प्रवासी पक्षियों को गुलेल से घायल कर रहे हैं। इस निंदनीय कृत्य से पक्षियों को गंभीर चोटें आ रही हैं, जबकि वन विभाग की ओर से कोई सक्रिय कदम नहीं उठाया गया है।
घायल पक्षी को स्थानीय ग्रामीण मोहम्मद हनीफ मेमन और मनोहर लाल मांझी ने पकड़कर उसकी जान बचाई और वन विभाग को इसकी सूचना दी। मोहम्मद हनीफ मेमन ने बताया, “हमने पक्षी को घायल अवस्था में देखा और तुरंत उसे पकड़ा ताकि उसकी जान बचाई जा सके। वन विभाग को तुरंत सूचित किया गया है।”
इस घटना से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि यदि वन विभाग समय रहते कदम नहीं उठाता है तो इस क्षेत्र में आने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या घट सकती है, जिससे स्थानीय जैव विविधता पर भी असर पड़ेगा।
