ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर की उपाधि छोड़ने की घोषणा कर दी है। उन्होंने वीडियो संदेश जारी करके बताया कि उनके महामंडलेश्वर बनने से किन्नर अखाड़ा व परी अखाड़ा की जगदगुरु हिमांगी सखी में विवाद चल रहा था और उनके लोगों में मारपीट की सूचना मिलने से आहत थीं।
साथ ही ममता कुलकर्णी ने कहा कि वह 25 वर्षों से साध्वी की तरह तप कर रही हैं और हमेशा साध्वी रहेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि आरोप लगाया जा रहा है कि महामंडलेश्वर बनाने के लिए उन्होंने किन्नर अखाड़ा को पांच से 10 करोड़ रुपये दिए हैं, यह आरोप गलत है।
वही आपको बता दे की किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि किन्नर अखाड़ा को ममतानंद गिरि द्वारा पद छोड़ने का कोई पत्र नहीं मिला है और अगर मिलेगा भी तो उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।
रिपोर्ट:- कनक चौहान