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यूपी मे गरीब बेटियों की गरीबी का मज़ाक! सामूहिक विवाह में बांटे नकली जेवर, ऐसे खुली पोल

बस्ती में मंगलवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का प्रोग्राम हुआ. इसमें 514 गरीब बेटियों की शादी कराई गई. आरोप है कि इस दौरान शादी में बेटियों को उपहार के तौर पर नकली सामान बांट दिए गए.

शादी के दौरान जब बेटियों को समाज कल्याण विभाग की तरफ से उपहार में दिए जाने वाले समान दिए गए, तो दुल्हन और दूल्हे सहित उनके परिवार के लोगों के होश उड़ गए. नियम और मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए गरीब बेटियों की गरीबी का जमकर मजाक बनाया गया. आभूषण में नकली पायल, श्रृंगार में मिलने वाले सामानों में नकली कुकर, लिपिस्टिक, शीशा, बर्तन सहित घटिया गुणवत्ता की साड़ी देकर समाज कल्याण अधिकारी और ठेकेदार ने मिलकर पूरे बजट का बंदरबांट कर लिया.

इस बात की जानाकारी जैसे ही हिन्दू संगठनों को लगी, तो वे मौके पर पहुंचे. विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष दल बल के साथ पहुंचे. वहां उन्होंने समाज कल्याण विभाग द्वारा दिए जा रहे उपहार की जांच की. तो देखा, करीब सभी समान नकली है. यहां तक कि पायल भी नकली थमा दी गयी. इसके बाद हंगामा होने लगा और कई दुल्हनों ने इसका विरोध किया.

शासन के नियम मुताबिक मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में ऐसी बेटियों को चुना जाता है, जो बेहद गरीब है. शादी का खर्च नहीं उठा सके, सरकार की तरफ से उन्हें उपहार और 51 हजार जीवन यापन के लिए मिलते है. उपहार में ISI रजिस्टर्ड आभूषण, कुकर, श्रृंगार के समान, साड़ी जिसकी लंबाई 5 मीटर से कम न हो, सहित अन्य सामान दिए जाते है. लेकिन, कमीशनखोरी के चक्कर में ठेकेदार और अधिकारी मिलकर सामनों की क्वॉलिटी कम कर देते हैं, जिससे कमीशन का पैसा उनकी जेब में आ सके.

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में की जा रही कमीशनखोरी से पर्दा उठाने वाले विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष और महामंत्री ने बताया कि गरीब बेटियों की गरीबी का मजाक बनाया जा रहा है. सरकार की तरफ से उपहार में मिलने वाले सामनों में जमकर भ्रष्टाचार किया गया. उन्हें नकली सामान दे दिए गए. इस प्रकरण की जांच कराने की मांग की गयी. जिला अधिकारी रवीश कुमार गुप्ता से जब इस पूरे प्रकरण की शिकायत हुई, तो उन्होंने कहा कि बेटियों को अगर घटिया गुणवत्ता का सामान दिया गया है तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.

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