नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए गुलाम नबी आजाद समेत चार वरिष्ठ नेताओं को महासचिव की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया और पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का भी पुनर्गठन किया। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, आजाद, मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी और मल्लिकार्जुन खड़गे को महासचिव पद से मुक्त किया गया है।
इस फेरबदल में सबसे बड़ा फायदा राहुल गांधी के वफादार रणदीप सिंह सुरजेवाला को हुआ है. सुरजेवाला अब कांग्रेस अध्यक्ष को सलाह देने वाली उच्च स्तरीय छह सदस्यीय विशेष समिति का हिस्सा हैं. उन्हें कर्नाटक का प्रभारी बनाया गया है. मधुसूदन मिस्त्री को केंद्रीय चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. प्रियंका गांधी को यूपी का प्रभारी बनाया गया है.।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस महासचिवों में मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश की, हरीश रावत को पंजाब की, ओमान चांडी को आंध्र प्रदेश की, तारीक अनवर को केरल और लक्षद्वीप की, जितेंद्र सिंह को असम की, अजय माकन को राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई है.
- मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश का प्रभारी महासचिव बनाया गया।
- हरीश रावत को पंजाब कांग्रेस का प्रभारी महासचिव बनाया गया।
- तारिक अनवर को केरल का प्रभारी महासचिव बनाया गया।
- रणदीप सिंह सुरजेवाला को कर्नाटक का प्रभारी महासचिव बनाया गया।
- राजीव शुक्ला को हिमाचल प्रदेश का प्रभारी बनाया गया।
- राजीव शुक्ला – हिमाचल प्रदेश और जीतिन प्रसाद को पश्चिम बंगाल का प्रभारी बनाया गया
- मानिक टैगोर को तेलंगाना का प्रभार दिया गया
- विवेक बंसल को हरियाणा का प्रभारी बनाया गया
- रजनी पाटिल से हिमाचल प्रदेश का प्रभार लेकर जम्मू कश्मीर दिया गया है।
- मनीष चतर्थ को अरूणाचल और मेघालय का प्रभारी बनाया गया
- आरपीन सिंह झारखंड और राजीव सातव गुजरात के प्रभारी बने रहेंगे।
- देवेन्द्र यादव को उत्तराखंड का प्रभारी बनाया गया