रेसलर्स विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया के नौकरी ज्वाइन करने से खाप और किसान नेता नाराज हो गए हैं। नौ जून के बाद हरियाणा के कुरुक्षेत्र में खाप महापंचायत होने वाली थी। अब इन्होंने 9 जून को जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन को भी टाल दिया है। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नरेश टिकैत ने रेसलर्स के नौकरी पर लौटने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह और पहलवानों के बीच क्या समझौते हुए मैं नहीं जानता। उन्होंने खुद समझौते का फैसला ले लिया है तो हम इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं।
वहीं अब विनेश फोगाट के गांव में बलाली में सर्वखाप सर्वजातीय महापंचायत बुला ली गई है। यह महापंचायत 7 जून को होगी। इसकी अगुआई सांगवान खाप-40 करेगी। इसमें विनेश फोगाट और संगीता फोगाट भी आएंगी। बता दें कि किसान नेताओं ने कुरूक्षेत्र की महापंचायत में अल्टीमेटम दिया था कि 9 जून तक भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे जंतर-मंतर पर पहलवानों का फिर से प्रदर्शन शुरू कराकर आएंगे। 28 मई को नए संसद भवन की तरफ जा रहे रेसलर्स की दिल्ली पुलिस से झड़प हुई थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने रेसलर्स को जंतर-मंतर से हटा दिया था।
पहलवानों के नौकरी पर लौटने की खबर के बाद बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रस्तावित विरोध को रद्द कर दिया गया है। सरकार ने प्रदर्शनकारी पहलवानों से बातचीत शुरू कर दी है। अब पहलवानों और सरकार के बीच बातचीत के नतीजे के आधार पर आगे के विरोध के बारे में फैसला लिया जाएगा।
बीकेयू नेता गौरव टिकैत ने कहा कि अब पहलवान जो कॉल लेंगे, जिस तरह की बात पहलवान कहेंगे, उसका समर्थन किया जाएगा। जब उत्तर प्रदेश के सोरम पंचायत हुई थी, तब ही सरकार के मैसेज आने शुरू हो गए थे कि इस मामले में बातचीत करनी है। गौरव टिकैत ने कहा कि उस दौरान यूनियन ने कहा था कि पहलवानों से बात की जानी चाहिए। मगर इसके बाद पहलवान गृह मंत्री अमित शाह से कब मिल कर आए, हम लोगों को इसका नहीं पता लगा।