रुद्रप्रयाग….
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में बड़ा हादसा हो गया है। रविवार सुबह केदारनाथ से फाटा की ओर आ रहा एक हेलिकॉप्टर गौरीकुंड क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलिकॉप्टर में सवार सातों लोगों के मारे जाने की आशंका है, जिनमें पांच यात्री, एक बच्चा और पायलट शामिल हैं।
हेलिकॉप्टर आर्यन एविएशन कंपनी का था और यह श्रद्धालुओं को दर्शन के बाद फाटा वापस ला रहा था। सुबह करीब 5:20 बजे हेलिकॉप्टर का संपर्क टूट गया, जिसके कुछ समय बाद उसके क्रैश होने की सूचना मिली। हादसा घने जंगलों वाले त्रियुगीनारायण और गौरीकुंड के बीच हुआ है।
मृतकों में शामिल:
राजकुमार जायसवाल, श्रद्धा जायसवाल और उनकी 23 माह की बेटी काशी — निवासी महाराष्ट्र
दो अन्य श्रद्धालु — निवासी उत्तर प्रदेश और गुजरात
कैप्टन राजवीर सिंह चौहान — हेलिकॉप्टर के पायलट, निवासी उत्तराखंड
हादसे की सूचना मिलते ही SDRF, NDRF, और स्थानीय पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। इलाके की दुर्गमता और घना जंगल बचाव कार्य में बाधा बन रहे हैं। फिलहाल हेलिकॉप्टर का मलबा बरामद कर लिया गया है और शवों की शिनाख्त की जा रही है।
लगातार हो रही हैं घटनाएं
पिछले 40 दिनों में यह पांचवीं हेलिकॉप्टर दुर्घटना है जो उत्तराखंड के चारधाम यात्रा मार्ग पर हुई है। लगातार हो रही घटनाओं ने हेलिकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि खराब मौसम, कम दृश्यता और दुर्गम इलाके इन हादसों की मुख्य वजह हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है और घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने हेलिकॉप्टर सेवा कंपनियों को सुरक्षा मानकों की सख्ती से समीक्षा करने के निर्देश भी दिए हैं।
यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि कठिन पहाड़ी इलाकों में हवाई यात्रा के क्या मानक और तैयारियां होनी चाहिए। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसमें कोई समझौता नहीं होना चाहिए।