गोरखपुर के होटल में पुलिस की पिटाई से दम तोड़ने वाले प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता का शव 10 घंटे बाद भी नहीं उठ सका है। परिवार के लोग 50 लाख के मुआवजे के साथ पत्नी को सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं।
पुलिस कमिश्नर और डीएम पीड़ित परिवार के साथ एक घंटे से बंद कमरे में वार्ता कर रहे हैं। बुधवार को शव यहां आते ही बड़ी संख्या में सपाई आ गए और नारेबाजी की। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने फोन पर मृतक की पत्नी मीनाक्षी से बात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
बर्रा के जनता नगर निवासी मनीष गुप्ता को सोमवार रात गोरखपुर में पुलिस ने इस कदर पीटा कि उनकी मौत हो गई। जानकारी मिलने के बाद उनकी पत्नी और अन्य परिजन गोरखपुर पहुंचे तथा आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
बुधवार सुबह 9.30 बजे शव बर्रा स्थित आवास पहुंचा तो चीत्कारों से पूरा इलाका दहल उठा। हर कोई रो पड़ा। सांत्वना देने के लिए भारी भीड़ जुट गई। पुलिस-प्रशासनिक अफसर पीड़ित के घर पहुंचे और परिजनों को न्यायसंगत कार्रवाई का भरोसा दिया।
परिवार के लोगों का कहना था कि जब तक मुआवजा और मीनाक्षी को सरकारी नौकरी का लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। प्रशासनिक अधिकारी दस लाख रुपये की सहायता राशि का चेक लेकर पहुंचे लेकिन पत्नी ने लेने से मना कर दिया। कई चक्र की वार्ता के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला
। शाम 7.30 बजे तक शव दरवाजे पर ही रहा। शाम करीब 5.30 बजे दोबारा पहुंचे पुलिस कमिश्नर असीम अरुण और डीएम विशाख जी ने पीड़ित परिवार से बात की। बंद कमरे में वार्ता जारी है और परिवार के लोग अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला। हालांकि अफसरों ने परिवार को गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कराने का आश्वासन दिया है।