नहीं रही ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का निधन, नेपाल के राजघराने से था संबंध AIIMS में इलाज के दौरान ली अंतिम सांस…

पिछले कई महीनों से बीमार चल रही थीं.


केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवी राजे सिंधिया नहीं रहीं। 75 साल की उम्र में उन्होंने बुधवार सुबह 9.28 बजे दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। वे दो महीने से एडमिट थीं। दो हफ्ते से हालत ज्यादा खराब थी, ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे का निधन हो गया है। वे पिछले कई महीनों से बीमार चल रही थीं, कुछ दिन पहले जब उनकी हालत ज्यादा खराब हुई तो उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया। वहां भी वे वेंटिलेटर पर रखी गई थीं, लेकिन बुधवार सुबह को डॉक्टर उन्हें नहीं बचा सके और उनका निधन हो गया।

चित्रांगदा सिंह राजमाता माधवी राजे सिंधिया की इकलौती और बड़ी बेटी हैं

                                                    केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को तो सभी जानते हैं लेकिन माधवी राजे सिंधिया और माधवराव सिंधिया की एक और संतान हैं, जिसके बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है। माधवराव सिंधिया और माधवी राजे की शादी 1966 में हुई थी। वहीं, उनकी पहली बेटी चित्रांगदा सिंह का जन्म हुआ था। चित्रांगदा सिंह का जन्म लंदन स्थित ऑक्सफोर्ड में हुआ है। उस समय माधवराव सिंधिया वहीं पढ़ाई कर रहे थे। चित्रांगदा सिंह राजमाता माधवी राजे सिंधिया की इकलौती और बड़ी बेटी हैं, चित्रांगदा के ससुराल में भी लोग राजनीति से जुड़े हैं। उनके ससुर करण सिंह कांग्रेस के बड़े नेता हैं। इसके साथ ही उनके पति विक्रमादित्य सिंह भी जम्मू-कश्मीर से एमएलसी रहे हैं। चित्रांगदा के पति भी होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। कांगड़ा में उनका रिजॉर्ट है।

सिंधिया की मां को क्या बीमारी थी.

                                       बताया जा रहा है कि माधवी राजे को निमोनिया के साथ-साथ सेप्सिस बीमारी थी। उनका इलाज लंबे समय से चल रहा था, लेकिन उनकी सेहत में ज्यादा सुधार होता दिखा नहीं और अब 70 साल की उम्र में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। पिछले काफी समय से सिंधिया की मां पब्लिक लाइफ से दूर चल रही थीं, उनकी सक्रियता काफी कम हो चुकी थी।

गुरुवार को ग्वालियर में होगा अंतिम संस्कार

वहीं, सूत्रों के अनुसार खबर मिली है कि राजमाता माधवी राजे सिंधिया का अंतिम संस्कार ग्वालियर में गुरुवार को 11 बजे होगा। इसे लेकर ग्वालियर में तैयारी शुरू हो गई है। उनके पार्थिव शरीर को ग्वालियर लाया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ सकती है।

ग्वालियर आने पर राजमाता माधवी राजे सिंधिया जय विलास पैलेस में रहती थीं। उनका महल अरबों रुपए का है। देश के तमाम बड़े लोग जय विलास पैलेस के मेहमान बन चुके हैं। इसी महल में आज भी सिंधिया परिवार रहता है। वहीं, महल के एक हिस्से में म्यूजियम है, जिसे आमलोगों के लिए खोल दिया गया है।
रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा

Share
Now