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झारखंड राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू की सुरक्षा की ऐसी व्यवस्था जहां परिंदे भी पर ना मार पाए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रांची

सूत्रों की माने तो, झारखंड दौरे को लेकर पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को चाक- चौबंद करने की तैयारी में जुटा है।
28 फरवरी 2024 को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का रांची परिदर्शन प्रस्तावित है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू झारखंड केन्द्रीय विश्वविद्यालय, रांची के एकेडमिक भवन संख्या-4 एवं प्रशासनिक भवन में कार्यक्रम में शामिल होंगी। 28 को राष्ट्रपति का रांची प्रस्तावित परिभ्रमण कार्यक्रम को लेकर उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी, रांची राहुल कुमार सिन्हा ने सुरक्षा व्यवस्था, विधि-व्यवस्था एवं शांति-व्यवस्था संधारण हेतु संबंधित सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
रांची जिले में राष्ट्रपति के प्रस्तावित परिभ्रमण के दौरान पुलिस मुख्यालय के आदेश पर 27 फरवरी तक रांची जिले में प्रतिनियुक्त 26 पुलिस इंस्पेक्टर, 200 SI , 700 लाठी बल, दो आरएपी, दो दो अश्रु गैस दस्ता, 150 महिला लाठी बल की प्रतिनियुक्ति अवधि 28 फरवरी तक बढ़ा दी गई है।

इसके अलावा विभिन्न जिलों एवं विभिन्न पुलिस इकाइयों के 90 पुलिस इंस्पेक्टर, 200 ASI, 1600 लाठी बल, 335 सशस्त्र बल, दो बम निरोधक दस्ता, ATS की चार टीम और झारखंड जगुआर की चार टीमों को भी 26 से 28 फरवरी तक रांची में तैनात करने का आदेश दिया गया है।

सुरक्षा में तैनात की जाने वाली टीम में जैप, जंगल वॉरफेयर स्कूल, नेतरहाट एवं रेल Dhanbad, रेल जमशेदपुर, विशेष शाखा, CID, CTC, JAPTC पदमा, झारखंड जगुआर, ATS के अलावा अन्य सभी 24 जिलों से पुलिसकर्मियों और अफसरों को तैनात किया जा रहा है। उपायुक्त द्वारा निर्देश में कहा की हवाई अड्डे के बाहर भीड़ नियंत्रण एवं विधि व्यवस्था संधारण हेतु सम्बंधित अधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है. इनका दायित्व होगा कि भारत के राष्ट्रपति को रिसीव करने एवं मिलने वाले महानुभावों (जिनके पास जिला प्रशासन से निर्गत पास हो) की समूचित जांच करने के बाद ही अंदर जाने देंगे. हवाई अड्डा के बाहर भीड़ नहीं एकत्रित हो तथा कोई भी अनाधिकृत वाहन की पार्किंग नहीं होने पाए. एकत्रित जनसमूह को हवाई अड्डा से कार्यक्रम स्थल जाने वाली सड़क के दोनों किनारे 10 फीट की दूरी पर रखेंगे. साथ ही सड़क के दोनों तरफ वाहनों को भी खड़ा नहीं होने देंगे. इसे संबंधित थाना प्रभारी भी अपने-अपने क्षेत्रों में सुनिश्चित करेंगे. गश्ती दल का मुख्य दायित्व यह रहेगा कि वे भारत के राष्ट्रपति के आगमन से पूर्व तथा उनके प्रस्थान तक सम्पूर्ण हवाई अड्डा के बाहरी क्षेत्रों में लगातार गश्ती करते रहेंगे और असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखेंगे. साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति अथवा जानवर आदि का प्रवेश हवाई अड्डा के प्रतिबंधित क्षेत्र में न हो.

रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा (रांची)

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