इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) के अनुसार, 13 जून की सुबह 200 से अधिक लड़ाकू विमानों ने ईरान के 100 से ज्यादा लक्ष्यों पर हमला किया। इस ऑपरेशन में 330 से अधिक गाइडेड बम गिराए गए, जिनमें एफ-35 और एफ-16 जैसे स्टील्थ फाइटर जेट शामिल थे। इस हमले में ईरान के नतांज परमाणु केंद्र को भी नुकसान पहुंचा है।
ईरान की प्रतिक्रिया
इजरायल के हमले के बाद, ईरान ने 100 से अधिक विस्फोटक ड्रोन इजरायल की ओर दागे। IDF ने इन ड्रोन हमलों को नाकाम करने के लिए अपने एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय किया है। विशेषज्ञों के अनुसार, ईरान की बैलिस्टिक मिसाइलों की बढ़ती संख्या और उनकी शक्ति के चलते बड़े पैमाने पर जानमाल की हानि की आशंका जताई गई है।
क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस सैन्य टकराव ने पश्चिम एशिया में पहले से मौजूद तनाव को और बढ़ा दिया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति को लेकर चिंतित है, क्योंकि इससे पूरे क्षेत्र में सैन्य टकराव की संभावना बढ़ गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि स्थिति नियंत्रण से बाहर होती है, तो यह मध्य-पूर्व क्षेत्र में विनाशकारी संघर्ष को जन्म दे सकती है।