मिसाइल हमले और ड्रोन स्ट्राइक: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे टकराव में दोनों तरफ से मिसाइल और ड्रोन हमलों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनमें सैन्य ठिकानों के साथ-साथ आम नागरिक इलाकों को भी निशाना बनाया गया है।
नागरिक संकट: कई नागरिकों को जान-माल का नुकसान उठाना पड़ा है। स्कूल, अस्पताल, और रिहायशी इमारतें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है।
ईरान ने 20 जून 2025 को एक अपवादिक कदम उठाते हुए अपना एयरस्पेस खोला, ताकि भारत के लिए प्रायः 1,000 भारतीय छात्रों की वापसी में सहायता कर सके
इस हवान । भारत की “ऑपरेशन सिंधु” योजना के अंतर्गत पहले ही 110 भारतीय छात्रों को कल यरवन (आर्मेनिया) से दिल्ली लाया जा चुका है, और अब अगले विमान द्वारा बाकी छात्रों को सुरक्षित घर भेजा जा रहा है ।
इस तरह, ईरान ने जंग के बीच अपने ही विमान उपयोग की अनुमति दी है, ताकि आज तकरीबन 1,000 भारतीय नागरिकों को दिल्ली पहुंचाया जा सके। यह एक दुर्लभ मानवीय प्रयास है, जो दोनों देशों के बीच समन्वय में संभव हुआ।