रमजान के दौरान रोजेदारों पर महंगाई का दबाव बढ़ना एक आम समस्या बन गई है, खासकर फलों और अन्य जरूरी खाद्य सामग्रियों की कीमतों में वृद्धि के कारण। जैसे-जैसे रमजान का महीना शुरू होता है, फलों की मांग बढ़ जाती है, लेकिन इस समय कुछ फल, जैसे सेब और केले, अपनी उच्च कीमतों के कारण आम लोगों की पहुंच से बाहर हो जाते हैं। इफ्तार और सहरी के लिए जरूरी फल-सब्जियां अब लोगों की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। बाजारों में सेब, केले, खजूर, तरबूज से लेकर अंगूर के दाम आसमान छू रहे हैं, जिससे रोजेदारों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हर साल रमजान में फलों और सब्जियों की मांग बढ़ती है, लेकिन इस बार महंगाई ने आम जनता की जेब पर भारी असर डाला है।
फलों और सब्जियों के बढ़ते दामों से लोग परेशान
दिल्ली के कई बाजारों में फलों और सब्जियों के दामों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है, जिसकी वजह से आम लोगों की जेब पर काफी असर पड़ा है। ऐसे में इंद्रपुरी निवासी अनिल गुप्ता ने बताया कि पहले जो फल किलो में खरीदे जाते थे, अब वही 250-500 ग्राम में लेने पड़ रहा हैं। वहीं, छोटे दुकानदारों को भी इस महंगाई का असर झेलना पड़ा है।