उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा का बड़ा मामला सामने आया है. जहाँ आरोप लगाया जा रहा , दर्जनों भर विवाह बिना किसे दूल्हे के करवा दिया है। इतना ही नहीं सभी को शादी का सर्टिफिकेट भी दे दिया गया. इसके लिए सभी से 10-10 हजार रुपए बतौर रिश्वत भी लिए गए. अब इस मामले की शिकायत योगी सरकार से की गई है, जिसके बाद हड़कंप मचा हुआ है.
डीएम ने बैठाई जांच
मामले की शिकायत समाज कल्याण विभाग के राज्यमंत्री से की गई तो प्रशासन में हड़कंप मच गया. डीएम मधुसूदन हुल्गी ने इस मामले में जांच टीम गठित की है.डीएम ने बताया कि ऑनलाइन प्रक्रिया के बाद सत्यापन होता है. उसके बाद ही जोड़ों को शादी समारोह में शामिल कर विवाह संपन्न कराया जाता है. यदि जांच में यह आरोप सही पाए गए तो ऐसे लाभार्थियों को शासन की ओर से मिलने वाला लाभ नहीं दिया जाएगा और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.