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IIT रुड़की के वैज्ञानिक का बड़ा दावा हिमालय क्षेत्र में आ सकता है बड़ा भूकंप! वार्निंग सिस्टम से बचाव संभव…..

रुड़की
सलमान मलिक

iit रुड़की के प्रोफेसर एम एल शर्मा का बड़ा दावा हिमालय क्षेत्र मे आ सकता है बड़ा भूकंप, जर्जर बिल्डिंगो मे हो सकती है बड़ी जनहानी, वॉर्निंग सिस्टम ने उड़ाए वैज्ञानिको के होश, वैज्ञानिनो ने किया वॉर्निंग सिस्टम का अविष्कार….

देश की प्रसिद्ध आइआईटी रुड़की के हेड प्रोफेसर एम एल शर्मा ने मिडिया से बातचीत मे दावा किया है कि हिमालय क्षेत्र मे जल्दी ही आने वाले भूकंप से बड़ी जनहानी हो सकती है और भूकंप से होने वाली जनाहानी को कैसे रोका जा सकता है और या कैसे बचा जा सकता है उसका हल भी आई आई टी रुड़की ने ढूंढ निकाला है आई आई टी रुड़की के वैज्ञानिको ने भूकंप वार्निंग सिस्टम का अविष्कार किया है जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि भूकंप कब और कितनी तीव्रता का आने वाला है इससे पहले ही वॉर्निंग सिस्टम अपने अलार्म के द्वारा हम सबको चेता सकता है ताकि सब लोग पहले से सतर्क हो जाए और बिल्डिंगो को छोड़ कर खाली मैदान तक पहुंच सके वही उन्होंने बताया कि उत्तराखंड मे प्राइमरी और सेकेण्डरी स्कूलो की बिल्डिंगे जर्जर हालत मे है जिनमे यह सिस्टम लगाना बहुत जरुरी है ऐसे मे 7 से 8 घंटे पढ़ने वाले छात्र छात्राए आने वाले भूकंप की वजह से जनहानि का शिकार हो सकते उससे पहले हमें हिमालय क्षेत्र मे लगे अर्ली वार्निंग सिस्टम ने बड़ी तबाही मचाने वाले भूकंप से हमें आगाह किया है जिसके बाद हमारे बड़े वैज्ञानिको ने हमें सतर्क रहने और ऐसे सिस्टम तैयार करने की सलाह दी है कि जिससे पहले से ही हम लोग आगाह हो सके वही हमारे द्वारा ऐसे सिस्टम का अविष्कार किया गया है जिस की मदद से हमे आने वाले बड़े भूकंप से सतर्क करेगा।

वही एम एल शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड मे स्कूल कोलिजो और अस्पतालो मे भी यह वॉर्निंग सिस्टम समय से पहले लगा देने चाहिए ताकि कुछ हद तक जनहानी को रोका जा सके।

वही उन्होंने यह भी जिक्र किया है कि नदी और नालो के बगल मे बनी बिल्डिंगे मकानो को भारी नुकसान हो सकता है वही एम एल शर्मा ने दावा किया है कि हिमालय क्षेत्र मे 8 से 9 तीव्रता वाला तेज भूकंप आ सकता है उससे पहले यह वॉर्निंग सिस्टम भी तैयार किए जा रहे जिन्हे सरकार की अनुमति के बाद हॉस्पिटल और अलग अलग जरूरी बिल्डिंगो मे लगाने की तैयारी की जाएगी ताकि भूकंप से होने वाले नुकसान से बचा जा सके यदि यह सिस्टम समय रहते नहीं लगाए गए तो ना तो हमारी सरकार और नाही हमारे बड़े वैज्ञानिक इस पर जवाब दे पाएंगे कि इतने दिनों से ज़ब हमें पता था कि इतना बड़ा भूकंप आएगा और इतने दिनों से हमें पता था कि हमारे पास भूकंप वॉर्निंग सिस्टम भी है और इतने दिनों से पता था कि हमारे पास पक्की जानकारी है कि इतना बड़ा भूकंप आने वाला है उससे पहले हमने इन बिल्डिंगो स्कूलो मे भूकंप वॉर्निंग सिस्टम क्यों नहीं लगाया है वही हमें समय रहते इन बिल्डिंगो मे यह सिस्टम लगा देना चाहिए।

उन्होंने बताया कि सारा हिमालय क्षेत्र सेंसिंग जोन 4 और पांच मे आता है जो बड़ा ही भयानक जोन माना जाता है 8 से 9 तीव्रता वाला भूकंप बड़ी तबाही ला सकता है जिसमे घर और बिल्डिंगे टूट सकती जिससे बड़े स्तर पर जनहानि हो सकती है।

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