
अयोध्या: यूपी कैडर के युवा आईएएस अधिकारी प्रशांत नागर ने बिना दहेज शादी कर मिसाल पेश की है। अयोध्या के जॉइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात प्रशांत नागर ने महज 101 रुपये के खर्च में शादी की है, जो इलाके में काफी चर्चा बटोर रही है। उन्होंने शादी में सिर्फ 101 रुपये का शगुन लेकर दिल्ली में रहने वाली डॉ मनीषा भंडारी के सात सात फेरे लिए। इस दौरान उन्होंने कोरोना नियमों का पालन करते हुए 11 बाराती ही शादी में शामिल हुए।
जॉइंट मजिस्ट्रेट प्रशांत नागर ने बताया कि कोरोना की वजह से उनकी मां का निधन मई में हो गया था। वह पहले से ही काफी दुखी हैं। साथ ही उनके पिता दहेज के खिलाफ हैं। उन्होंने बताया कि उनकी बहन की शादी में भी दहेज नहीं दिया गया था। प्रशांत नागर की बहन की शादी भी सिर्फ 101 रुपये शगुन देकर ही हुई थी। प्रशांत के पिता रणजीत नागर का कहना है कि शादी में व्यर्थ का खर्चा करके लोगों के बीच अपनी हैसियत दिखाने से अच्छा है कि वह पैसे किसी जरूरमंद कन्याओं का विवाह करने में लगाए जाएं।
आज के समाज में जहां दहेज लोभियों की भरमार है और पैसे को ही सब कुछ माना जाता है तब यह विवाह पूरे समाज के सामने एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करता है। आईएएस अधिकारी ने बताया कि बहन की शादी में ही उनके पिता ने संकल्प लिया था कि अपने बेटों की शादी में भी वह दहेज नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि वह खुद भी शादी में दहेज लेने के खिलाफ थे। प्रशांत नागर ने डॉ मनीषा के साथ लव मैरिज की है। दोनों ने एक दूसरे से वादा किया है कि वह अपनी जॉब में कभी भी रिश्वत नहीं लेंगे।