ग्राम पंचायत भदार खुर्द निवासी बुजुर्ग महावीर पुत्र रामफल ने उपजिलाधिकारी बीकापुर के समक्ष पेश होकर खुद के जीवित होने की गुहार लगाई है.
अयोध्या. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सरकारी महकमे का एक अजब गजब खेल सामने आया. यहां एक आदमी अपने वजूद को साबित करने को लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है. दरअसल, यहां तहसील के जिम्मेदार कर्मचारियों ने व्यक्ति को कागजों में मृत साबित कर दिया है. अब व्यक्ति अपनी मृत्यु का प्रमाण पत्र लेकर यह साबित करने की कोशिश कर रहा है कि वह अभी जिंदा है.
यह मामला अयोध्या जिले के तहसील बीकापुर के विकासखंड तारुन के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत भदार खुर्द का है. ग्राम पंचायत भदार खुर्द निवासी बुजुर्ग महावीर पुत्र रामफल ने उपजिलाधिकारी बीकापुर के समक्ष पेश होकर खुद के जीवित होने की गुहार लगाई है. बुजुर्ग महावीर ने आरोप लगाया है कि करीब 20 वर्ष पूर्व गांव के ग्राम विकास अधिकारी द्वारा उसे कागज में मृतक दिखाकर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया. षड्यंत्रकारी इतने शातिर निकले की 20 साल के बाद अब मृत्यु प्रमाण पत्र का सहारा लेकर धीरे से विरासत के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर दिया.
ऑनलाइन आवेदन हुआ निरस्त मामले का खुलासा होने के बाद राजस्व लेखपाल द्वारा ऑनलाइन आवेदन को निरस्त कर दिया गया है. पीड़ित महावीर ने बताया कि वह कहार जाति का है. उसकी भूमि गाटा संख्या 1093 स्थित भूमि ग्राम भादर खुर्द को षड्यंत्र के तहत अन्य बिरादरी के माफियाओं द्वारा छल कपट करके हथियाने का षड्यंत्र रचा गया है.
जांच के दिए निर्देश
फिलहाल उप जिलाधिकारी बीकापुर ने मामले की गंभीरता को भांपते हुए इस संवेदनशील मामले की जांच तहसीलदार को सौंपी है. साथ ही दूसरी ओर खंड विकास अधिकारी तारुन को भी जांच करने के निर्देश दिए हैं. पीड़ित महावीर के वकील रघुपति सिंह ने कहा की तहसील प्रशासन से निवेदन किया गया है कि कोई खरीद बिक्री होती है तो उसकी जानकारी मेरे क्लाईंट को जरुर दी जाए.