मानव संसाधन विकास मंत्री ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) के कई योजनाओं की शुरुआत की। उन्होंने 360 डिग्री फीडबैक सेवा की घोषणा की।…
नई दिल्ली, प्रेट्र। देश के 727 अपेक्षाकृत नए संस्थानों को उनकी रैंकिंग में सुधार के लिए मदद की जाएगी। केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि मार्गदर्शन व मार्गदर्शक योजनाओं के तहत आइआइटी व एनआइटी के सेवानिवृत्त प्रोफेसर तथा उत्कृष्ट संस्थान इन अपेक्षाकृत नए संस्थानों की मदद करेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) के कई योजनाओं की शुरुआत की। उन्होंने 360 डिग्री फीडबैक सेवा की घोषणा की।
इसके तहत शिक्षकों की प्रोन्नति में छात्रों के फीडबैक को भी महत्व दिया जाएगा।निशंक ने कहा कि मार्गदर्शन योजना के तहत उत्कृष्ट संस्थान 10-12 नए संस्थानों की मदद करेंगे। बेहतर प्रदर्शन करने वाले उत्कृष्ट संस्थानों को प्रत्येक नए संस्थानों की मदद के लिए 50 लाख रुपये तक दिए जाएंगे।
यह राशि तीन साल की अवधि के लिए होगी। इस अवधि में उन्हें नए संस्थानों में प्रशिक्षण कार्यक्रम, कार्यशाला, संगोष्ठी व शैक्षणिक यात्रा आदि का आयोजन करना होगा।
मार्गदर्शक योजना के तहत मदद करने वाले सेवानिवृत्त प्राध्यापकों को चिह्नित किया गया है। ये मार्गदर्शक नए संस्थानों का दौरा करेंगे, वहीं रुकेंगे और उन्हें रैंकिंग सुधारने के लिए मार्गदर्शन देंगे। इसके लिए आइआइटी व एनआइटी से सेवानिवृत्त 942 शिक्षकों के आवेदन आए थे। इनमें से 296 को चिह्नित किया गया है।
मंत्री ने कहा कि एआइसीटीई ने 7-10 सप्ताह के लिए समर इंटर्नशिप अनिवार्य कर दिया है, ताकि छात्रों को उचित उद्योग या संगठन का प्रायोगिक अनुभव प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि जयपुर में इसी साल नवंबर-दिसंबर में ‘डब्ल्यूएडब्ल्यूई सम्मिट 2019’ का आयोजन किया जाएगा।