संभल के सर्किल ऑफिसर (CO) अनुज चौधरी का तबादला हाल ही में एक विवादास्पद बयान के कारण चर्चा में आया। उन्होंने कहा था, “जुमा साल में 52 बार आता है, जबकि होली एक दिन आता है।” उन्होंने यह भी कहा था कि होली के दिन रंगों से असहज महसूस करने वालों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और घर पर ही नमाज अदा करनी चाहिए। उनके इस बयान के बाद से विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं दीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुज चौधरी के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अधिकारी ने भले ही ‘पहलवान’ की तरह बात की हो, लेकिन जो कहा वह सही है और सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि होली के अवसर पर एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान होना चाहिए और प्यार से समझाया गया।
वहीं, समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इस बयान की आलोचना की। सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि अनुज चौधरी वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने दंगे कराए थे और जब कभी व्यवस्था बदलेगी, तो ऐसे लोगों को जेल में रहना होगा। कांग्रेस नेता उदित राज ने भी कहा कि किसी भी अधिकारी को किसी समुदाय का पक्ष नहीं लेना चाहिए और उनका यह बयान दर्शाता है कि वह एक समुदाय का पक्ष ले रहे हैं।
इस विवाद के बाद, अनुज चौधरी का तबादला कर दिया गया। उनके पिता ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और मुख्यमंत्री से सुरक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि उनके बेटे की जान को खतरा है और सरकार को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।