आपको बता दे की चीन में एचएमपीवी वायरस के मामले कम हो रहे हैं। चीनी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के शोधकर्ता वांग लिपिंग ने बताया है कि एचएमपीवी एक दशकों पुराना वायरस है, और मामलों में वृद्धि बेहतर पहचान के कारण हुई है। चीन के उत्तरी प्रांतों में सकारात्मक मामलों की दर में कमी आ रही है, खासकर 14 वर्ष और उससे कम आयु के रोगियों में।
हालांकि, भारत में भी एचएमपीवी वायरस के कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से ज़्यादातर कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और असम से हैं। ज़्यादातर मामले 3 महीने के बच्चों से लेकर 13 साल की उम्र के बच्चों में हुए हैं।
एचएमपीवी वायरस के लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं। मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना बीमारी को रोकने में मदद कर सकता है।
रिपोर्ट:- कनक चौहान