इतिहास मिटाया नहीं जा सकता ताजमहल देखने आए लोगों को क्या बताओगे !कोर्स में बदलाव पर NC चीफ का बयान….

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता है। NCERT की किताबों से मुगलों के चैप्टर भले ही हटा दिए गए हों, लेकिन शाहजहां, औरंगजेब, अकबर, बाबर, हुमायूं और जहांगीर को कैसे भूलेंगे। उन्होंने हम पर 800 सालों तक शासन किया है।

जब लोग ताजमहल देखने जाएंगे तो उन्हें क्या बताया जाएगा कि इसे किसने बनवाया था? फतेहपुर सीकरी के बारे में क्या कहेंगे, जहां मुगल ताज दिल्ली जाने से पहले था? वे हुमायूं के मकबरे और लाल किले को कैसे छिपाएंगे?

नेशनल कांफ्रेंस के नेता ने कहा कि वे अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं। इतिहास नहीं बदलेगा। हम नहीं रहेंगे, लेकिन इतिहास रहेगा। फारूक अब्दुल्ला शनिवार को एक शोकसभा में शामिल होने अनंतनाग जिले के लारनू में गए थे। यहां पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने ये बातें कहीं।

11वीं की बुक ‘थीम्स इन वर्ल्ड हिस्ट्री’ से ‘सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स’, ‘संस्कृतियों का टकराव’ और ‘द इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन’ जैसे चैप्टर हटा दिए गए हैं।
बता दें कि नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने हाल ही में 12वीं कक्षा के लिए इतिहास, नागरिक शास्त्र और हिन्दी के सिलेबस में कुछ बदलाव किए थे। इतिहास की किताब से मुगल साम्राज्य से जुड़ा चैप्टर हटा दिया गया। इसके अलावा हिंदी की बुक से कुछ कविताएं और पैराग्राफ हटाने का निर्णय लिया गया।

अपडेटेड सिलेबस के मुताबिक थीम्स ऑफ इंडियन हिस्ट्री-पार्ट II से मुगल दरबार (16वीं और 17वीं शताब्दी) और शासकों व उनके इतिहास से संबंधित अध्यायों को हटाया गया। नागरिक शास्त्र की किताब से ‘यूएस हेजेमनी इन वर्ल्ड पॉलिटिक्स’ और ‘द कोल्ड वॉर एरा’ जैसे चैप्टर हटाए गए।

स्वतंत्र भारत में राजनीति की किताब से ‘जन आंदोलन का उदय’ और ‘एक दल के प्रभुत्व का दौर’ हटा दिया गया है।
इसके अलावा, स्वतंत्र भारत में राजनीति की किताब से ‘जन आंदोलन का उदय’ और ‘एक दल के प्रभुत्व का दौर’ हटा दिया गया। इनमें कांग्रेस के प्रभुत्व की प्रकृति, सोशलिस्ट, कम्युनिस्ट पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, भारतीय जनसंघ आदि को पढ़ाया जाता है।

CBSE और UP सहित कई स्टेट बोर्ड में लागू होगा
सिलेबस में यह बदलाव देशभर के उन सभी स्कूलों व छात्रों के लिए लागू होगा, जहां NCERT की किताबें कोर्स का हिस्सा हैं। इसमें CBSE और उत्तर प्रदेश बोर्ड भी शामिल है। NCERT के मुताबिक, सिलेबस में जो भी बदलाव किया गया है उसे मौजूदा शैक्षणिक सत्र यानी 2023-24 से ही लागू कर दिया जाएगा।

उत्तर प्रदेश बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने क्लास 10, 11 और 12वीं के नए पाठ्यक्रम की पुष्टि की है और कहा कि इसमें बदलाव किए गए हैं। यूपी बोर्ड का सिलेबस 2023-24 आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जाएगा

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