चमोली जिले के नंदानगर विकासखंड में बीती रात जो हुआ, उसने लोगों की नींद ही नहीं, चैन भी छीन लिया। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण मोक्ष गाड़ नदी ऐसा उफनी कि सबकुछ अपने साथ बहा ले जाने को बेताब दिखी। तड़के करीब चार बजे जब ज़्यादातर लोग गहरी नींद में थे, तभी मोख मल्ला के बगड़ तोक में सिरपाख नाला अचानक उफान पर आ गया। पानी इतनी तेज़ी से बढ़ा कि पलभर में ही हालात बिगड़ गए।
इस आपदा में एक गौशाला पूरी तरह ढह गई, और कम से कम 11 घर अब खतरे में हैं। खेत, जिनमें लोगों की महीनों की मेहनत लगी थी, बह गए। गदेरे का पानी अब पैदल रास्तों और घरों की चौखट तक पहुंच चुका है। हालत यह हो गई कि कई परिवारों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा—बिना यह सोचे कि कब लौट पाएंगे, और क्या कुछ बचा भी होगा।
धुर्मा, सेरा और मोख मल्ला के लोग अब सिर्फ एक सवाल पूछ रहे हैं—”अब क्या होगा?”
उनकी आंखों में डर है, चेहरे पर थकान और दिल में बस एक ही उम्मीद… कि मौसम अब थोड़ी रहमत दिखाए।