TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया गया है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के लगाए गए आरोपों के बाद से ही राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। महुआ और निशिकांत के बीच एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
वही फर्जी डिग्री वाले बयान पर निशिकांत ने महुआ को एक बार फिर घेर लिया है। उन्होंने कहा कि अब अहम सवाल उनकी डिग्री या अदाणी समूह का नहीं है, बल्कि यह है कि क्या मोइत्रा ने पैसे के लिए संसद में सवाल पूछे थे या नहीं।
वैष्णव द्वारा निशिकांत दुबे को लिखे गए पत्र पर महुआ मोइत्रा ने प्रतिक्रिया दी थी।
उन्होंने पलटवार करते हुए एक्स पर लिखा था कि ‘कौन झूठ बोल रहा है? दो दिन पहले फर्जी डिग्री वाले ने कहा कि एनआईसी ने पहले ही जांच एजेंसी को ‘दुबई’ लॉगिन सहित विवरण दे दिया है। अब अश्विनी वैष्णव कहते हैं यदि लोकसभा या एथिक्स कमेटी द्वारा पूछा गया तो एनआईसी भविष्य में जानकारी देगा।
आइए जानते हैं पूरा मामला——
बता दें कि यह पूरा विवाद तब खड़ा हुआ जब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने स्पीकर को पत्र लिखकर टीएमसी सांसद के खिलाफ ‘कैश फॉर क्वेरी’ सबूत देने का आरोप लगाया।
अब इस मामले में संसद की आचार समिति ने दुबे और अधिवक्ता देहाद्राई दोनों को 26 अक्टूबर को आरोपों के मौखिक साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए बुलाया है।