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प्रदूषण से मिलेगी राहत सरकार करायेगी कृत्रिम वर्षा जानिए क्या होती है कृत्रिम वर्षा ….

इन दिनों दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में प्रदूषण की वजह से लोगों की सांसें संकट में हैं। यहां वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है।

ए 400 के पार बना हुआ है। वहीं, दिल्ली सरकार ने व्याप्त प्रदूषण की भयावह स्थिति से निटपने के लिए आईआईटी कानपुर द्वारा तैयार कृत्रिम वर्षा कराने की योजना बनाई है। 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली भर में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है।

दिल्ली में हवा बेहद प्रदूषित है और दिन प्रति दिन खराब ही होती जा रही है। बिना बारिश इसका कम होना भी मुश्किल है।

इसी को लेकर दिल्ली सरकार ने आईआईटी कानपुर से संपर्क साधा है।

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सरकार और आईआईटी कानपुर के बीच राजधानी में कृत्रिम वर्षा कराने को लेकर वार्ता चल रही है।

राष्ट्रीय राजधानी के ऊपर एक विमान उड़ाने के लिए गृह मंत्रालय और विशेष सुरक्षा समूह जो प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है से भी अनुमति की आवश्यकता है।

देश के नामचीन शिक्षण संस्थानों में शुमार आईआईटी कानपुर ने क्लाउड सीडिंग के जरिए कृत्रिम बारिश की टेक्नॉलजी विकसित की है। संस्थान ने जून में इसका परीक्षण किया था। 

दरअसल, कृत्रिम वर्षा वह होती है जो कृत्रिम रूप से ‘सूखी बर्फ’ सिल्वर आयोडाइड या अन्य उपयुक्त कणों के साथ बादलों को मंडराने से उत्पन्न होती है।

इसमें कार्बन डाइऑक्साइड, सिल्वर आयोडाइड या अन्य कण संघनन नाभिक के रूप में कार्य करते हैं। 

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