मुंबई। सरकारी ला कालेज चर्चगेट मुंबई मे हिमालय नामक छात्र जो कक्षा तृतीय का छात्र है। हिमालय नामक छात्र ने एशिया के सबसे शीर्ष लाँ कालेज की सच्चाई बताते हुए गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जीएलसी मुंबई की कर्मचारी का नाम अनुष्का अजीत खैर (कैसियर) माधवी है।
देशपांडे (अधीक्षक) और श्री सिंह ( कैशियर डिपार्टमेंट ) लगातार मुझे मेरी कास्ट पर मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि लाँ कालेज के लोग जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करके मेरी मानसिकता को उलझा दिया है। छात्र ने कहा कि मेरी पृष्ठभूमि 2019 में मेरे नाम पर मेरी गर्लफ्रेंड नाम वैशाली अघाव के खिलाफ बाद में मामला दर्ज किया गया।

माननीय उच्च न्यायालय धारा 482 के अनुसार बॉम्बे उच्च न्यायालय ने 2021 में प्राथमिकी को रद्द कर दिया। हम साफ हो गए।
मुंबई उच्च न्यायालय से चिट
मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन मुंबई में पुलिस जिसका नाम एपीआई सुचिता देशमुख है।
मेरी शिकायत कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. अस्मिता वैद्य से की गई थी लेकिन कॉलेज की प्रतिष्ठा के चलते उन्होंने मुझे धमकी दी कि यदि आप हमारे कॉलेज प्राधिकरण के खिलाफ कोई शिकायत करते हैं तो हमारी ओर से निलंबित कर दिया जाएगा
और आपको हर विषय और परीक्षा में फेल कर दिया जाएगा। छात्र ने कहा कि कॉलेज की प्रिंसिपल मेरा कैरियर खराब करके मुझे बदनाम करना चाहती हैं। छात्र ने कहा कि
जीएलसी के मिस्टर सिंह कैशियर से मानसिक रूप से मै बहुत परेशान हूं। मेरे पिता परीक्षा शुल्क जमा करने के लिए कॉलेज जाते हैं लेकिन उसने मेरे पिता से कहा कि हम फीस नहीं ले सकते और साथ ही उसने मेरे पिताजी को अभद्र भाषा बोलने वाला साबित कर दिया। छात्र ने कहा कि मेरे और मेरे पिता को अपमानित लाँ कालेज की तरफ से लगातार किया जा रहा है। हिमालय नामक छात्र ने कहा कि मै मीडिया के माध्यम से जीएलसी (सरकारी लॉ कॉलेज चर्चगेट) से पूछना चाहता हूं
कि प्रिंसिपल आप मुझे क्यों परेशान कर रहे हैं। उसने आरोप लगाते हुए कहा कि क्या यह आपके पिता का कालेज है या किसी स्टाफ सदस्य के

पिताजी का महाविद्यालय है। यह हमारा सरकारी महाविद्यालय है।
और मारिन ड्राइव की सहायक पुलिस निरीक्षक श्रीमती सुचिता अशोकराव देशमुख हैं।
माधवी देशपांडे (कॉलेज के अधीक्षक) से ब्रीफ लेना 1,75000 और लॉज मेरिन ड्राइव पुलिस स्टेशन में मेरे खिलाफ झूठी प्राथमिकी दर्ज की गई और अब वह मुझे और मेरे परिवार को पैसे के लिए धमकी भी दे रही है ।