कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करेंगे किसान, 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान..

केंद्र के नए तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हजारों किसान लगातार नौंवे दिन कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रीय राजधानी से लगी सीमाओं पर डटे हैं.

आंदोलनकारी किसानों ने आठ दिसंबर को ‘भारत बंद’ की घोषणा की और कहा कि उस दिन वे टोल प्लाजा को घेर लेंगे.

किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यदि केंद्र सरकार वार्ता के दौरान उनकी मांगों को स्वीकार नहीं करती है, तो वे नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को तेज करेंगे.

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू-लाखोवाल) के महासचिव एचएस लाखोवाल ने कहा, ‘कल हमने सरकार को बताया कि कृषि कानून वापस लिए जाने चाहिए. पांच दिसंबर को देश भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका जाएगा. हमने आठ दिसंबर को भारत बंद बुलाया है.’

उन्होंने कहा, ‘यदि इन कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया गया तो हमने आने वाले दिनों में दिल्ली की शेष सड़कों को अवरूद्ध करने की योजना बनाई है.’

इसी तरह ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने भी कहा कि सरकार को इन कानूनों को वापस लेना पड़ेगा और तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने भी बताया कि आठ दिसंबर को सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद बुलाया गया है.

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