इजरायल फिलिस्तीन जंग में भारतीय सैनिकों की एंट्री लेबनान बॉर्डर पर संभाला …..

लेबनान और इजरायल के बीच चल रहे तनाव के बीच संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन (UNIFIL) के तहत लेबनान बॉर्डर पर भारतीय जवानों की तैनाती कर दी गई है। भारतीय सेना के 200 जवानों को इस मिशन में शामिल किया गया है।

इन जवानों को लेबनान की राजधानी बेरूत से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित मेतुला शहर में तैनात किया गया है। इन जवानों का मुख्य कार्य सीमा पर शांति और सुरक्षा बनाए रखना है।

इजरायल और लेबनान के बीच तनाव पिछले कुछ दिनों से बढ़ रहा है। हमास और हिजबुल्लाह जैसे आतंकवादी संगठनों द्वारा इजरायल पर हमलों के बाद इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की है। इस बीच लेबनान ने भी इजरायल की सीमा पर अपने सैनिकों और टैंकों को तैनात कर दिया है।

भारत ने हमेशा से ही शांति और समझौते के पक्ष में आवाज उठाई है। ऐसे में भारतीय जवानों की लेबनान बॉर्डर पर तैनाती से उम्मीद है कि इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनी रहेगी।

भारतीय जवानों की तैनाती से क्या होगा?

भारतीय जवानों की लेबनान बॉर्डर पर तैनाती से इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में मदद मिलेगी। इन जवानों की मौजूदगी से हमास और हिजबुल्लाह जैसे आतंकवादी संगठनों को सीमा पार हमले करने में रोक लग सकेगी।इसके अलावा, भारतीय जवानों की तैनाती से भारत के इजरायल और लेबनान के साथ संबंधों को भी मजबूत करने में मदद मिलेगी।

क्या है UNIFIL मिशन?

UNIFIL मिशन संयुक्त राष्ट्र का एक शांति मिशन है, जो 1978 से लेबनान और इजरायल के बीच सीमा पर शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए कार्यरत है। इस मिशन में 40 से अधिक देशों के सैनिक शामिल हैं।UNIFIL मिशन का मुख्य उद्देश्य लेबनान की सीमा पर शांति और सुरक्षा बनाए रखना, मानवीय सहायता प्रदान करना और इजरायल और लेबनान के बीच शांति वार्ता को बढ़ावा देना है।

इस्राएल और हमास के बीच चल रही जंग के बीच, अमेरिका कल, जिसका मतलब है सोमवार, अपने नागरिकों को बचाएगा। इस काम के लिए अमेरिका एक विशेष जहाज भेजेगा। संयुक्त राज्य द्वारा इस्राएल से सीप्रस के लिए अमेरिकी नागरिकों को उड़ान भराने के लिए एक विमान की व्यवस्था की गई है, इसकी जानकारी अमेरिकी दूतावास ने दी है।

अमेरिकी दूतावास ने इसे दिलाने के बाद यह सूचना दी कि गाजा स्ट्रिप पर इस्राएल के हमलों के बढ़ने के बाद, एक सही दस्तावेज के साथ अमेरिकी नागरिकों और उनके परिवारजनों को लेकर एक जहाज तुरंत हैफा पोर्ट से लिमसोल के लिए रवाना होगा। दूतावास ने बताया कि इस्राएल में हजारों अमेरिकी नागरिक रहते हैं।

7 अक्टूबर को हमास के हमलों में 29 अमेरिकी नागरिकों की मौके पर मौत हो गई है, जबकि दूसरे 15 को गाजा में हमास द्वारा किडनैप किया गया माना जा रहा है।

अतिरिक्त जानकारी:

इस विशेष जहाज की 9 बजे हाइफा से रविवार को रवाना होगी और दोपहर में लिमसोल पहुंचेगी।
इस जहाज में 500 से अधिक अमेरिकी नागरिकों को ले जाने की क्षमता है।
अमेरिकी नागरिकों को जहाज पर चढ़ने के लिए एक सही दस्तावेज की आवश्यकता होगी।

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