शर्मनाक: पूर्व चेयरमैन के गेस्ट हाउस में चल रहा था अय्याशी का धंधा! संदिग्ध हालात में पकड़े गए 07 युगल…..

शाहजहांपुर में सोमवार को पुलिस ने एक गेस्ट हाउस पर छापा मारा। इस दौरान गेस्ट हाउस के अलग-अलग कमरों में लड़के-लड़कियां पकड़े गए, जो देह व्यापार में लिप्त थे। पुलिस ने गेस्ट हाउस पर ताला डाल दिया। वहीं इस मामले में पूर्व चेयरमैन अजय कुमार गुप्ता उर्प पोता, उनके बेटे कुनाल और मैनेजर अनूप पर मुकदमा दर्ज कर लिया।

ये मामला रोजा के बल्लिया गांव का है। सीओ सदर अमित चौरसिया के नेतृत्व में रोजा पुलिस ने आशा मन्नत गेस्ट हाउस में दोपहर छापेमारी की। पुलिस के पहुंचने पर गेस्ट हाउस का मैनेजर और कई लोग वहां से खिसक लिए। पुलिस ने सभी कमरों की तलाशी लेनी शुरू की। कई कमरों से पुलिस ने लकड़ों और लड़कियों को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा। उनसे पूछताछ करने के बाद सभी को थाने ला गया। पुलिस ने गेस्ट हाउस की पूरी छानबीन की, वहां से एक हार्ड डिस्क और गेस्ट हाउस में आने-जाने वालों की इंट्री वाले रजिस्टर समेत अन्य वस्तुएं अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस का कहना है कि अभी और छानबीन की जा रही है।

सात कमरों से ये लोग पकड़े गए

पूर्व चेयरमैन अजय कुमार पोता के गेस्ट हाउस के सात अलग अलग कमरों से सात जोड़े पकड़े गए। इसमें सौरभ, नारायण ,अजय सिंह , उस्मान , मोहम्मदी के फरमान , नाजिम , समद के साथ लड़कियों को भी पुलिस ने पकड़ा। इन सब ने पुलिस को बताया कि वह सब पहले भी गेस्ट हाउस में आते रहे हैं। यहां का स्टाफ उन्हें जानता पहचानता है।

गेस्ट हाउस में छापेमारी के बाद मैनेजर फरार

पुलिस का कहना है कि उन्हें सूचना मिली थी कि गेस्ट हाउस में घंटों के हिसाब से कमरों का किराया लेकर लड़कों और लड़कियों को कमरे उपलब्ध कराए जाते हैं। बताया जाता है कि 2 से 3 हजार रुपये घंटे के हिसाब से किराया वसूला जाता है। सूचना पर छापेमारी में गेस्ट हाउस से कई लड़के और लड़कियों को पकड़ा गया है। वहीं, गेस्ट हाउस का मैनेजर पीछे के रास्ते से फरार हो गए

छवि धूमिल करने के लिए राजनीतिक षड्यंत्र

गेस्ट हाउस के मालिक अजय कुमार गुप्ता उर्फ पोता ने बताया कि उनकी छवि धूमिल करने के लिए उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचा गया है। गेस्ट हाउस में जो भी आता है उसकी आईडी लेकर ही कमरा दिया जाता है। वहां पर कोई भी गलत काम नहीं होता है। मैनेजर अनूप कुमार की देखरेख में एक हजार रुपये किराया लिया जाता है। किसी भी नाबालिग को या बिना किसी आईडी के कमरा नहीं दिया जाता है। बताया कि अभी कुछ दिन पहले उन्होंने लोदीपुर में एक गरीब को मकान को कब्जे से खाली करवा कर दिलाया था। उसी का बदला उससे लिया गया है।

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