जम्मू-कश्मीर में जोरदार भूकंप के झटके सिहर उठी धरती जहां पहले भूकंप की तीव्रता 4.9 रही, वहीं दूसरे 4.8 मापी गई..

बताते चले, जम्मू कश्मीर के बारामूला इलाके में लोगों ने सुबह-सुबह भूकंप के जोरदार झटके महसूस किये। सीसमोलॉजी सेंटर के अनुसार बारामुला में दो बार भूकंप आया है। जहां पहले भूकंप की तीव्रता 4.9 रही। वहीं, दूसरे भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई।

पहला भूकंप जमीन से 5 और दूसरा 10 किलोमीटर नीचे आया..


जम्मू कश्मीर में उस समय अफरा तफरी मच गई,जब सुबह 6:45 बजे और 6:52 बजे कांपी धरती, एक घायल, कई घरों में दरारें आईं, स्थानीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पहला भूकंप 6 बजकर 45 मिनट पर आया। इसके कुछ ही मिनटों के भीतर 6 बजकर 52 पर दूसरा भूकंप आया। दोनों का केंद्र बारामूला था। पहला भूकंप जमीन से 5 और दूसरा 10 किलोमीटर नीचे आया, इससे पहले 12 जुलाई को दोपहर करीब 12 बजे बारामुला में भूकंप आया था। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई थी। BIS की भूकंपीय जोनिंग मैप में कश्मीर घाटी सबसे खतरनाक जोन जो 5 में आती है।

हमारी धरती की सतह मुख्य: तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी होती है…


बता दें, भूंकप की जांच रिक्टर पैमाना से होती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है। हम जानकारी के लिए बता दें हमारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी होती है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ने लगते हैं, और ज्‍यादा दबाव पड़ने पर ये प्‍लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्‍ता ढूंढती है और इस डिस्‍टर्बेंस के बाद भूकंप आता है। रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा

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