कुर्बानी के दिनों में अल्लाह को कुर्बानी से ज़्यादा कोई दूसरी इबादत पसंद नहीं’’

कानपुर :- मदरसा जामे उल उलूम जामा मस्जिद पटकापुर के ज़ेरे एहतमाम मुहीउद्दीन खुसरो ताज की जे़ेरे सरपरस्ती आयोजित किये जाने वाले 9 दिवसीय कायक्रम ‘‘फज़ायल, मसायल व तारीखे कुर्बानी’’ का आगाज़ मक्का मस्जिद जाजमऊ से हुआ। मक्का मस्जिद में मदरसे के उस्ताद मुफ्ती सुलतान क़मर क़ासमी ने कहा कि कुर्बानी के दिनों में अल्लाह को कुर्बानी से ज़्यादा कोई दूसरी इबादत पसंद नहीं है। उन्होंने बताया कि माहे ज़िलहिज्जा में अल्लाह ने अपने बन्दों के लिये 2 विशेष इबादतें फर्ज़ की हैं, पहला हज, दूसरे कुर्बानी। उन्होंने मसला बताते हुए कहा कि जिस व्यक्ति पर कुर्बानी वाजिब हो चुकी है, वह अपने नाम पर कुर्बानी कराये। इस अवसर पर मुख्य रूप से मक्का मस्जिद के इमाम व खतीब मौलाना मुईनुद्दीन क़ासमी, मुफ्ती अमीरुल्लाह क़ासमी, मुफ्ती अब्दुल्लाह ग़नी मज़ाहिरी के अलावा बड़ी संख्या में क्षेत्रीय अवाम मौजूद थे। मुफ्ती सुल्तान क़मर क़ासमी की दुआ पर कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

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