शर्मनाक BRD मेडिकल कॉलेज में लाश को कुत्ते और जानवरों ने नोचा- जानिए पूरा मामला…

  • बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड में भर्ती एक युवक शनिवार तड़के चार बजे दूसरी मंजिल स्थित शौचालय के दरवाजे की खिड़की से नीचे गिर गया।
  • सुबह गार्डों ने शव देखा तो पुलिस को सूचना दी। युवक की नाक, कान के साथ ही सिर का आधा हिस्सा भी गायब है
  • माना जा रहा है कि परिसर में घूमने वाले कुत्तों ने नाक, कान और सिर खा डाला है।
  • युवक की पहचान गोरखनाथ थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर पश्चिमी तूराबाड़ी के रहने वाले राजेंद्र के पुत्र 32 वर्षीय संजय के रूप में हुई है।
  • गोरखपुर

उत्‍तर प्रदेश के गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में शनिवार की सुबह एक मरीज की लाश पड़ी मिली। मरीज की नाक, कान और सिर का आधा हिस्‍सा गायब है। कहा जा रहा है कि टॉयलेट की खिड़की से गिरकर मरीज की मौत हुई होगी और इसके बाद कुत्‍तों ने उसके शरीर को नोंच डाला। 

मिली जानकारी के अनुसार 32 साल के इस मरीज को पेट में दर्द की शिकायत पर 16 मार्च को बीआरडी मेडिकल कालेज के मेडिसिन वार्ड में भर्ती कराया गया था। वार्ड नंबर नौ की दूसरी मंजिल पर बेड नंबर 21 पर उसका इलाज चल रहा था। मरीज का नाम संजय था। वह गोरखपुर के राजेंद्र नगर के पश्चिमी तुराबाड़ी क्षेत्र का रहने वाला था। मेडिकल कालेज में संजय की देखरेख के लिए उसकी मां यशोदा देवी भी रुकी हुई थीं।

शुक्रवार की रात परिवार के अन्‍य सदस्‍य मिलकर घर चले गए थे। यशोदा देवी ने बताया कि शनिवार सुबह चार बजे के करीब संजय ने बेचैनी की शिकायत की। उसने पानी मांगा तो मां ने पानी दिया। इसके बाद उसने टॉयलेट जाने की इच्‍छा जताई। संजय टॉयलेट चला गया लेकिन काफी देर तक वापस नहीं लौटा तो मां को उसकी चिंता होने लगी। मां उसकी तलाश करते-करते नीचे आईं तो लोगों ने बताया कि वह फर्श पर गिरा हुआ है। 

संजय जिस टॉयलेट को इस्‍तेमाल करने गया था उसकी खिड़की में जाली नहीं है। सुबह टॉयलेट की खिड़की खुली मिली। माना जा रहा है कि संजय खिड़की से गिरकर मर गया होगा। कुछ लोगों का कहना है कि वहां कई कुत्‍ते उसके शरीर को नोंच रहे थे। लोगों ने किसी तरह कुत्तों को भगाया। कुत्ते इस कदर जहरीले थे कि भगाने वालों पर भी हमलावर हो रहे थे।

 वहीं बीआरडी मेडिकल कालेज के डॉक्‍टरों ने अपनी सफाई में कहा कि उन्‍होंने मृतक संजय को अकेले छोड़ने से मना किया था। संजय पेट दर्द के साथ बार-बार बेचैनी की भी शिकायत कर रहा था। जांच में पेट में इंफेक्शन मिला था। डॉक्टरों ने परिवार से कहा था कि संजय को अकेला न छोड़ा जाए।

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