DM देहरादून का बाल श्रम को लेकर कड़ा एक्शन छापेमारी करने के दिए……

जब से देहरादून में नए जिला अधिकारी ने कार्य भारत ग्रहण किया है तभी से वह लगातार एक्शन मोड में है अब उन्होंने बाल श्रम को लेकर
गोपनीय सूत्रों से प्राप्त सूचना पर, जिलाधिकारी ने सहायक श्रम आयुक्त को फटकार लगाते हुए तत्काल छापेमारी कर बच्चों को बालश्रम से मुक्त करने के दिए निर्देश।

बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए हरसंभव प्रयास किये जाएंगे, प्रतिष्ठान, दुकान पर बालश्रमिक पाए जाने पर तय की जाएगी जवाबदेही, बालश्रम कराते पाए जाने वालों पर की जाएगी विधिक कार्यवाही- जिलाधिकारी

सहायक श्रम आयुक्त को गोपनीय सूचना तंत्र को सक्रिय किये जाने तथा विभिन्न माध्यमों से प्राप्त बालश्रम की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही तथा बालश्रम उन्मूलन जिला टास्कफोर्स को सक्रिय रहने के निर्देश।

बालश्रम कराने वालों पर जिला प्रशासन का प्रहार,जिलाधिकारी के निर्देशों पर जनपद में बालश्रम रोकने को लेकर की गई छापेमारी, वर्षा के बीच चला सघन बालश्रमरोधी अभियान, बालश्रम कराने वालों पर बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986 की धारा 03 एवं 14 तहत् अभियोग पंजीकृत किय गए।

जनपद को बालश्रम से मुक्त करने हेतु प्रभावी अभियान चलाने के दिए निर्देश, छापेमारी अभियान के साथ जनजागरूकता कार्यक्रम करें संचालित।

देहरादून दिनांक 12 सितंबर 2024, (जि.सू.का), जनपद में बालश्रम को लेकर जिलाधिकारी सविन बंसल ने सख्त रुख अपनाया है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर आज बालश्रम उन्मूलन जिला टास्कफोर्स ने बालश्रम को रोकने हेतु कार्य कर रहे सामाजिक संगठनों के सथ मिलक त्वरित कार्रवाई करते हुए सहस्त्रधारा रोड पर अवस्थित, रेस्टोरेंट आदि प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान बालश्रम करते पाए गए कई बच्चों को छुड़ाया गया। बच्चों की चिकित्सा जांच कराते हुए बाल कल्याण समिति को सौंपे गए, जहां बच्चों की कांसिलिंग होगी तथा बच्चों को उनके अभिभावकों तक पंहुचाने की प्रक्रिया की जाएगी।
जनपद में बाल श्रम की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन, सामाजिक संगठनों बालश्रम को रोकने के लिए तमाम जनजागरूकता कार्यक्रम चलाने के साथ ही विभिन्न योजनाओं का संचालन भी किया जा रहा है जिससे बाल श्रम को रोका जा सके। बावजूद इसके जनपद में तमाम स्थानो पर बाल श्रम की सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं। इसको गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकार ने सहायक श्रम आयुक्त को गोपनीय सूचना तंत्र को सक्रिय किये जाने तथा विभिन्न माध्यमों से प्राप्त बालश्रम की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही तथा बालश्रम उन्मूलन जिला टास्कफोर्स को सक्रिय रहेते हुए जनपद को बालश्रम से मुक्त करने हेतु प्रभावी अभियान चलाने तथा जनजागरूकता कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिए।

जिला टास्कफोर्स में सहायक श्रम आयुक्त दीपक कुमार, राज्य समन्वयक बचपन बचाओं सुरेश उनियाल, एलईओ दीपक कुमार, अश्वनी कुमार, अमित थपलियाल, आईसा, समर्पण संस्था से मानसी मिश्रा,चाईल्ड हेल्पलाईन से सविता गोगिया, आसरा ट्रस्ट से जसबीर एवं लक्ष्मी, जिला बाल संरक्षण इकाई से प्रवीण चौहान, आदि टीम में शामिल रहे। अब देखना यहोवा के डीएम देहरादून की यह कोशिश कितना रंग लाती है और बाल श्रम पर कितना नियंत्रण होता है
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