Delhi: गांधीनगर में थाने पर पथराव, बेकाबू भीड़ ने मचाया उत्पात, जाने पूरा मामला……

पुलिस ने कहा कि कैंडल मार्च के लिए संतोष झा नामक व्यक्ति की ओर से आवेदन किया गया था। पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी तो उसने भीड़ को उकसाने का काम किया और लोगों ने अचानक पथराव कर दिया।

दिल्ली के यमुनापार के गांधी नगर इलाके में गुरुवार देर शाम बवाल के बाद करीब 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस के अनुसार, पूछताछ में पता चला है कि एक स्थानीय नेता की भड़काऊ बातों से भीड़ बेकाबू हो गई और हाथों में पत्थर लेकर आधे घंटे तक उत्पात मचाया।

पुलिस का आरोप है कि कैंडल मार्च निकालने की इजाजत नहीं दिए जाने के बाद भी गुरुवार शाम करीब सात बजे सैकड़ों की तादात में लोग कैंडल मार्च निकालने के लिए इकट्ठा हुए। पुलिस ने उन्हें समझाया कि हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया गया है और मार्च की इजाजत भी नहीं दी गई है। मना करने और सख्ती दिखाने से लोग हिंसक हो गए और थाने पर पथराव कर दिया। पथराव की इस घटना में पुलिस की दो गाड़ियां, एक प्राइवेट कार और एक स्कूटर समेत करीब आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस ने बलप्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया।

फुटेज से आरोपियों की पहचान
पुलिस का कहना है कि मामले में फुटेज से आरोपियों की पहचान की जा रही है। एक-एक कर उन्हें पकड़ा जा रहा है। जल्द ही मामले के सभी आरोपी पकड़ लिए जाएंगे। पुलिस का कहना है कि माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

यह है मामला
दरअसल, गांधी नगर में गत एक जुलाई को कैंची से गला रेतकर 22 साल की एक महिला की हत्या कर दी गई थी। हालांकि पुलिस ने इस मामले में आरोपी मान सिंह को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया था। स्थानीय लोगों ने घटना को लेकर गुरुवार को कैंडल मार्च का आयोजन किया। पुलिस से अनुमति नहीं मिलने पर लोग गुस्सा गए और उपद्रव किया। पुलिस उपद्रवियों की तलाश में जुटी है।

फरार है भीड़ को उकसाने का आरोपी
डीसीपी आर. सत्यसुंदरम ने कहा कि कैंडल मार्च के लिए संतोष झा नामक व्यक्ति की ओर से आवेदन किया गया था। पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी तो उसने भीड़ को उकसाने का काम किया और लोगों ने अचानक पथराव कर दिया। मुख्य आरोपी संतोष झा फिलहाल फरार है। आसपास के सीसीटीवी कैमरों और वीडियो फुटेज के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है।

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