देहरादून मे भूमाफियाओ के हौसले इतने बुलंद है की, ईस्ट होप टाउन मे सरकार की तरफ से रोक लगाए जाने के बावजूद भी, भू माफियाओं ने की कृषि भूमि नष्ट, आखिर कब होंगी प्रसासन की कार्यवाही, देहरादून के पछवादून ईस्ट होप टाउन मे दबंग भूमाफिया कर रहे है अवैध प्लॉटिंग, सस्ते प्लाट का लालच देकर जनता से कर रहे है ठगी, जंगल मे अवैध प्लॉटिंग, आखिर कब होंगी इन भूमाफियाओ पर प्रशासन की कार्यवाही, देहरादून गैंगस्टर दबंग लोगो और कई चर्चित ठेकेदारों और प्रॉपर्टी डीलरों की मिली भगत से हो रही बड़े पैमाने पर प्लॉटिंग.. MDDA की तरफ से आखिर कब होंगी कार्यवाही, या फिर कुछ अधिकारियो की हीं मिली भगत से हो रही है ये अवैध प्लॉटिंग,
ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि भूमि को नष्ट कर अवैध कॉलोनियों का निर्माण किया जा रहा है। हरे-भरे खेत, फलों के बाग व कृषि भूमि को नष्ट कर अवैध कॉलोनियों का निर्माण बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।
जिससे पर्यावरण भी खराब हो रहा है। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार पर्यावरण जागरूकता के लिए हर साल करोड़ों रुपए प्रचार-प्रसार में खर्च करती है। करोड़ों रुपए की लागत से हर साल अभियान चलाकर कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पेड़ पौधे लगाए जाते हैं। पर्यावरण में हो रही गिरावट को देखते हुए समय-समय पर यह अभियान चलाया जाता है। लेकिन राजस्व टीम सरकार के सपनों पर पानी फेरने में अहम भूमिका निभा रही है। सूत्रों का कहना है कि हल्का लेखपालों की मिलीभगत से भूमाफिया क्षेत्र में अपनी मनमानी पर आमादा देखे जा सकते हैं। क्षेत्रों में हल्का लेखपालों की मिलीभगत से भूमाफियाओं द्वारा अवैध कालोनियों का निर्माण जोरों पर चल रहा है। संबंधित अधिकारियों की लापरवाही भी भूमाफियाओं के अवैध कार्यों को बढ़ावा दे रही है। इतना ही नहीं लेखपालों की मिलीभगत के चलते भूमाफिया सरकार के सपनों को चकनाचूर करने पर तुले हुए हैं। अब देखना यह है कि संबंधित अधिकारी लेखपालों व भू माफियाओं के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं या फिर इसे ठंडे बस्ते में डालकर भूमाफियाओं को हरी झंडी दे देते हैं।