फिर लौट आया कोरोना? एशिया में हड़कंप, भारत में बढ़ी चिंता जाने क्या करें…..

फिर लौट रहा है कोरोना? एशिया में कोविड मामलों में तेज़ उछाल, भारत को भी सतर्क रहने की जरूरत
Team Express news Bharat

नई दिल्ली:
कोरोना वायरस एक बार फिर एशिया के कई देशों में सिर उठाता नजर आ रहा है। खासकर हांगकांग, सिंगापुर और थाईलैंड में कोविड-19 के मामलों में अचानक तेज़ उछाल ने स्वास्थ्य एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले 10 हफ्तों में हांगकांग में कोविड मामलों में 30 गुना वृद्धि दर्ज की गई है, वहीं सिंगापुर में एक ही सप्ताह में मामलों में लगभग 90% की बढ़ोतरी देखी गई।

हांगकांग: संक्रमण में 30 गुना वृद्धि

मार्च की शुरुआत में जहां प्रति सप्ताह महज 33 कोविड मामले आ रहे थे, वहीं मई के दूसरे सप्ताह में यह आंकड़ा 1,000 से पार पहुंच चुका है। पॉजिटिविटी दर 13.66% हो चुकी है, और गंभीर मामलों व मौतों में भी इजाफा हुआ है।

सिंगापुर: वैरिएंट LF.7 और NB.1.8 बना चुनौती

सिंगापुर में 5 से 11 मई के बीच मामलों की संख्या 13,700 से बढ़कर 25,900 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह वृद्धि मुख्य रूप से JN.1 वंश के LF.7 और NB.1.8 वैरिएंट्स के कारण हो रही है। अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या भी बढ़कर 250 प्रतिदिन तक पहुंच गई है।

थाईलैंड: त्योहारों के बाद बढ़ा संक्रमण

थाईलैंड में जनवरी से मई तक कुल 53,676 कोविड मामले सामने आए हैं, जिनमें से अधिकतर बैंकॉक में दर्ज किए गए। ‘सोंगक्रान’ जैसे त्योहारों और सार्वजनिक समारोहों के बाद संक्रमण दर बढ़ी है, हालांकि अधिकांश मामले हल्के लक्षणों वाले हैं।

क्यों बढ़ रहे हैं मामले?

नए वैरिएंट्स अधिक तेजी से फैल रहे हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को चकमा देने में सक्षम हैं।

पहले से टीकाकृत और संक्रमित लोगों में समय के साथ प्रतिरक्षा कम हो रही है।

यात्रा और त्योहारों के दौरान भीड़भाड़ संक्रमण को बढ़ावा दे रही है।

सरकारें क्या कदम उठा रही हैं?
इन देशों में लक्षण-आधारित आइसोलेशन को प्राथमिकता दी जा रही है। अब संक्रमित व्यक्ति बुखार समाप्त होने और लक्षणों के घटने के 24 घंटे बाद आइसोलेशन समाप्त कर सकते हैं, लेकिन अगले 5 दिनों तक मास्क पहनना अनिवार्य है। साथ ही, 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज़ लेने की सलाह दी जा रही है।

भारत में स्थिति कैसी है?

फिलहाल भारत में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि, मुंबई जैसे कुछ शहरों में हल्के लक्षणों वाले केस सामने आ रहे हैं, जिनमें से अधिकतर विदेशी यात्रा से लौटे लोग हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में व्यापक टीकाकरण और पिछले संक्रमणों के कारण प्रतिरक्षा बनी हुई है, लेकिन फिर भी सतर्कता ज़रूरी है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह

सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें

भीड़भाड़ से बचें

हाथों की स्वच्छता बनाए रखें
लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और आराम करें
कोविड-19 पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। एशियाई देशों में बढ़ते मामलों को देखकर यह साफ है कि वायरस समय-समय पर वापसी कर सकता है। भारत को अभी से सतर्कता बरतनी चाहिए ताकि किसी भी संभावित लहर को रोका जा सके।

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