DIG मुरादाबाद को लेकर सीएम योगी के कड़े तेवर! वीडियो कॉल कर रेप कांड पर लगाई लताड़……

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार देर रात वर्चुअल बैठक बैठक में मुराबाद समेत अन्य मंडलों की कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। इसमें भोजपुर में रेप के बाद पीड़िता को निर्वस्त्र घुमाने और ठाकुरद्वारा में खनन माफियाओं द्लारा एसडीएम से अभद्रता कर वाहन छीन ले जाने का मामला भी उठा। उन्होंने बैठक में मौजूद मुरादाबाद के डीआईजी से भोजपुर मामले में दो टूक पूछा कि यह रेप कांड सही है या नहीं। उन्होंने डीआईजी से मामलों में तह तक जाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। कहा कि अगर उनके स्तर से कार्रवाई नहीं हुई तो उनका कार्यालय कार्रवाई करेगा।

रविवार देर रात करीब एक घंटे चली वीडियो कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदायूं, लखीमपुर खीरी, झांसी, मुरादाबाद आदि के पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। मुरादाबाद के एसएसपी की गैर मौजूदगी में डीआईजी शलभ माथुर इस बैठक में शामिल हुए। बैठक के शुरुआत में से नवरात्र और अन्य त्योहारों आदि की तैयारियों की समीक्षा की गई। इसके बाद अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था पर समीक्षा शुरू हुई। कानून-व्यवस्था की बारी आते ही मुख्यमंत्री के तेवर बदल गए। मुख्यमंत्री ने भोजपुर क्षेत्र में गैंग रेप पीड़िता के निर्वस्त्र सड़क पर घुमाने के प्ररकरण में बिना लाग-लपेट घटना की सही स्थिति बनाने को कहा।

सूत्रों की मानें तो डीआईजी शलभ ने इस मामले में अब तक हुई पुलिस कार्रवाई और मामले में दर्ज किए गए दो एफआईआर के बारे में बताया। साथ ही घटना को गलत बताया। इस पर सीएम नाराज हो गए। कहा कि अगर घटना नहीं हुई है तो एक युवक को जेल क्यों भेजा गया। उन्होंने इस तरह की घटनाओं पर सख्ती से लगाम लगाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जो भी व्यक्ति महिलाओं और बालिकाओं का इस्तेमाल निजी रंजिश और विवाद के चलते झूठा मुकदमा लिखवाने में कर रहे हैं उन पर भी कार्रवाई की जाए।

सीएम ने ठाकुरद्वारा में अवैध खनन माफियाओं द्वारा एसडीएम से वाहन छीन कर ले जाने की घटना को लेकर भी नाराजगी जताई। निर्देश दिया कि अवैध खनन करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करें। ऐसे लोगों पर गैंगस्टर भी लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि यदि अफसर अपने स्तर से कार्रवाई नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ मुख्यमंत्री कार्यालय से कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने बैठक में मौजूद सभी अफसरों से कानून-व्यवस्था की लगातार समीक्षा करते रहने और अपराध को नियंत्रित करने के निर्देश दिए।

आरएसएस-भाजपा पदाधिकारियों ने की थी सीएम से शिकायत

बता दें कि वर्चुअल बैठक में भोजपुर और ठाकुरद्वारा की घटनाओं पर मुरादाबाद के अधिकारियों पर सीएम योगी आदित्यनाथ की नाराजगी अनायास नहीं थी। बताया जा रहा है कि आरएसएस और भाजपा के कुछ लोगों ने दो दिन पूर्व मुख्यमंत्री से मिलकर इन घटनाओं के बारे में चिंता जताई थी और इन पर रोक लगाने की मांग की थी। ठाकुरद्वारा की घटना को लेकर तो पुलिस के खनन माफियाओं से गठजोड़ तक की बात बताई गई थी। माना जा रहा है कि इसी फीडबैक के कारण सीएम इन दोनों मुद्दों पर पुलिस-प्रशासन से नाराज थे।

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