पहले देवता दीपावली मनाते थे। बाद में यह परंपरा बंद हो गई थी। 1986 में इसे फिर से शुरू किया गया और तब से लगागात देव दीपावली मनाई जा रही है। बनारस की देव दीपावली में देश के कोने-कोने से लोग इसे देखने जाते हैं। इस बार कोविड-19 के संक्रमण के बाद इस पर संशय के बादल मंडरा रहे थे, लेकिन यूपी के धर्म भीरु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र को देव दीपावली मनाने की अनुमति दे दी है।
देव दीपावली आयोजन समिति से जुड़े वागीश दत्त द्विवेदी ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के बाद सरकार द्वारा निर्धारिक प्रोटोकॉल का पालन करते हुए भव्य देव दीपावली मनाने की तैयारी शुरू की जा चुकी है। वागीश दत्त गंगा नदी के स्वच्छता अभियान से भी जुड़े हैं और बनारस में घाटों की साफ सफाई समेत अन्य पहलुओं पर बहुत संवेदनशील रहते हैं।
30 नवंबर को देव दीपावली है.. इस बार दीपावली का त्योहार 14 नवंबर को है। इससे छह दिन बाद पूरा पूर्वांचल सूर्य उपासना और छठी मईया के व्रत त्योहार को मनाता है। उत्सव उमंग में जीने वाली वाराणसी दीपावली के 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाती है।