मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भ्रम की स्थिति को दूर करते हुए शनिवार को दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेने की पुष्टि कर दी है, ममता बनर्जी ने कहा कि वह नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगी और अपनी बात को रखेंगी,अगर उनकी बात पर विचार नहीं किया गया तो वह आंदोलन करेंगी.
ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी हिस्सा लेंगे..
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बैठक में शामिल होने का फ़ैसला उन्होंने काफी पहले ले लिया था,ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी हिस्सा लेंगे. साथ ही ममता बनर्जी ने बजट को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बंगाल और अन्य विपक्षी राज्यों की अनदेखी की गई है,पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को दिल्ली नीति आयोग की बैठक में हिस्सा ले रही हैं. एक तरफ ‘आर्थिक वंचना’ और दूसरी तरफ ‘बंगाल विभाजन’ की साजिश का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को दिल्ली रवाना होने से पहले कोलकाता एयरपोर्ट पर खड़े होकर ममता बनर्जी ने खुद कहा कि वह विरोध जताने के लिए नीति आयोग की बैठक में शामिल हो रही हैं, ममता बनर्जी के साथ तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव और डायमंड हार्बर सांसद अभिषेक बनर्जी भी थे.
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में 27 जुलाई को दिल्ली में नीति आयोग की बैठक होगी…
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “मैं नीति आयोग की बैठक में बंगाल के साथ हो रहे राजनीतिक भेदभाव का विरोध करूंगी. उनके मंत्रियों और भाजपा नेताओं का रवैया ऐसा है कि वे बंगाल को विभाजित करना चाहते हैं. वे आर्थिक नाकेबंदी के साथ-साथ भौगोलिक नाकेबंदी भी लगाना चाहते हैं. झारखंड, बिहार और बंगाल को बांटने के लिए अलग-अलग नेता अलग-अलग बयान दे रहे हैं. हम इसकी निंदा करते हैं. हम अपनी आवाज रिकॉर्ड करना चाहते हैं और ऐसा करने के लिए मैं वहां मौजूद रहूंगी,बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में 27 जुलाई को दिल्ली में नीति आयोग की बैठक होगी। इस बैठक का टीएमसी सुप्रीमों, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बहिष्कार करने का ऐलान किया है,इस बैठक में कई बड़े नेताओं शामिल हो सकते हैं,वहीं, गैर-बीजेपी शासित राज्यों और विपक्षी दलों ने इस मीटिंग का बहिष्कार करने का फैसला किया है!
रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा